बैक्टीरिया:Definition, Habitat, Structure, Nutrition|Hindi


बैक्टीरिया  (जीवाणु )(BACTERIA)
बैक्टीरिया:Definition, Habitat, Structure, Nutrition|Hindi

परिभाषा(Definition)
बैक्टीरिया प्रोकैरिओटिक होते है। यह एककोशिकीय  होते है। सभी  सूक्ष्म जीवो में  से यह बहुतायत में है। यह सभी जीवित प्राणियों में सबसे सरल है। यह प्रायः हर जगह रह सकते हे। 

प्राकृतिक वास  Habitat
Bacteria हर जगह फैले रहते हैं जैसे वायु में,जल में,मिट्टी में ,खाद्य पदार्थों में  तथा जीवित प्राणियों के शरीर  में भी। 

माप (SIZE) 
Bacteria का माप 0.2 से  100 micron ( 1 micron=10‐⁶ मीटर) तक हो सकता है| Bacteria अमीबा से लगभग 300,000 गुना छोटा होता है। 

आकार  shape 
आकार के आधार पर Bacteria को निम्नांकित प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:- 
  •  गोलाकार Bacteria कोक्कस  कहलाता  है। 
बैक्टीरिया:Definition, Habitat, Structure, Nutrition|Hindi


  •  छड़ाकार बैक्टीरिया दण्डाणु (bacilli) कहलाता है । 
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  • सर्पिलाकार बैक्टीरिय सर्पिलाणु(spirillia) कहलाता है।
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  • अल्पविराम  आकार का बैक्टीरिया वाइब्रिओ (vibrio) कहलाता है। 
संरचना (structure)

  • बैक्टीरिया एककोशिकीय  प्राणी हे किन्तु यह कोशिकाओं के समूह रुपी श्रंखला में विद्यमान  रहे सकते है।
  •  इनकी कोशिकाओं में कठोर कोशिका भित्ति(cell wall)होती है। 
बैक्टीरिया:Definition, Habitat, Structure, Nutrition|Hindi


  • बैक्टीरिया की कोशिका (cell)में केन्द्रक (nucleus) नहीं होता है।  
  • केन्द्रक पदार्थ कोशिका द्रव्य (cytoplasm) में फैला रहता है। 
  • कई बैक्टीरिया में सिलिआ (flagella)  होता हे जो उन्हें विचरण (locomotion)में सहायता देती है।  


 पोषणं(nutrition)
  • कई बैक्टीरिया अपना भोजन स्वयं नहीं बना पाते हे। फिर भी कुछ बैक्टीरिया अपना भोजन प्रकाश संशलेषण से मिलती जुलती प्रक्रिया द्वारा बना लेते है। 
  • कुछ बैक्टीरिया अपना भोजन मृत तथा सड़े गले जैविक पदार्थो से प्राप्त करते हे ऐसे बैक्टीरिया को मृतजीवी (saprophytes)कहा जाता है। 
  • कुछ बैक्टीरिया अपना पोषणं अन्य  प्राणियों के शरीर से प्राप्त करते हे। ऐसे बैक्टीरिया परजीवी (parasite) कहलाते है । 
विकास (growth)
बैक्टीरिया नमी युक्त तथा गर्म वातावरण में विकसित होते। इसके विकास का अधिकतम तापमान 30-37℃ के बीच का होता है।

जिन बैक्टीरिया को विकास के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती हे वायवीय (aerobic) बैक्टीरिया कहलाता हे। जिन बैक्टीरिया को विकास के लिए ऑक्सीजन की आवशयकता नहीं पड़ती वे अवायवीय (anaerobic) बैक्टीरिया कहलाते है । 





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