राइबोसोम्स(Ribosomes):-General Introduction,Type,Mechanism of Protein Synthesis|Hindi


राइबोसोम्स  (Ribosomes)

सामान्य परिचय (General Introduction)
  • कोशिका के अंदर गोलाकार  कोशिका पाई जाती है जिसे राइबोसोम्स(Ribosomes) कहते है। इसका व्यास लगभग 250 Å होता है। इसके चारों ओर Membrane नहीं पाई जाती है। इनमें RNA तथा राइबोन्यूक्लिओ प्रोटीन (Ribonucleo Protein) सम  भाग में पाये जाते है। 
  • इसकी खोज सर्वप्रथम Robinson और Brown ने 1953 में सेम की जड़ों की कोशिकाओं  में की थी। 
  • जंतु कोशिका में इसकी खोज Palade ने 1955 में की थी। इसके लिए इन्हे 1974 में नोबेल पुरस्कार दिया गया। 
  • यह Chloroplast ,Mitochondria ,केन्द्रक (विशेषकर केन्द्रिका) आदि में जीवद्रव्य में डूबे रहते है। 
  • यह या तो एन्डोप्लास्मिक जालिका की सतह पर या कोशिका के किसी भी भाग में स्थित होते है। इन्हें राइबोन्यूक्लिओप्रोटिन कण (RNP Particles) भी कहते है। 


अवसादन गुणांक तथा आकार के आधार पर यह दो प्रकार के होते है-
  1. 70S Ribosomes - यह आकार में छोटे होते है तथा इनका अवसादन गुणांक 70S होता है।
  2. 80S Ribosomes - यह आकार में अपेक्षाकृत बड़े होते है इनका अवसादन गुणांक 80S होता है। 
राइबोसोम्स(Ribosomes):-General Introduction,Type,Mechanism of Protein Synthesis|Hindi
70S AND 80S Ribosomes


  • 70S  Ribosomes जीवाणु कोशिकाओं (Bacterial Cells),हरितलवक (Chloroplast) एवं माइटोकॉण्ड्रिआ (Mitochondria) में पाए जाते हैं| 70S Ribosomesमें बड़ा भाग 50S तथा छोटा भाग 30S का होता है। 
राइबोसोम्स(Ribosomes):-General Introduction,Type,Mechanism of Protein Synthesis|Hindi
70S तथा 80S Ribosomes की Subunits के अवयव 

  • 80S Ribosomes   में बड़ा भाग 60S और छोटा भाग 40S का होता है। राइबोसोम का 60S भाग(Subunit) एन्डोप्लाज्मिक जालिका या केंद्रक कला से चिपका अथवा स्वतन्त्र अवस्था में रहता है। 
  • Ribosomes के दोनों भाग Mg2+ आयन के द्वारा आपस में जुड़े रहते है। 
  • जब Mg2+ की सान्द्रता  कम हो जाती है तो यह दोनों भाग एक दूसरे  से अलग हो जाते है तथा Mg2+ की सान्द्रता अधिक (दस गुनी हो जाने पर) होने पर दो Ribosomes एक-दूसरे से जुड़ जाते है तब इसे Dimer कहते है। 
राइबोसोम्स(Ribosomes):-General Introduction,Type,Mechanism of Protein Synthesis|Hindi
एक 80S Ribosome के दो उपभाग (Subunits), एक पूर्ण Raibosome ,एक Dimer ,तथा एक Polyribosome

  • प्रकाश संश्लेषण के समय 4-5 Ribosomes एक m-RNA के ऊपर एकत्र हो जाते है यब इन्हे Polysome या Polyribosomes कहते है। 
  • James A. Lake (1981) ने यह बताया कि 70S Ribosomes के छोटे से भाग में एक सिर(Head), एक आधार (Base) तथा सिर को वेदी (Plateform) से अलग करती हुई एक दरार (Cleft) होती है। इसी प्रकार से बड़े भाग में एक कटक (Ridge) , एक केंद्रीय उभार (Central Protuberance) और एक वृन्त (Stalk) होती है। कटक और केंद्रीय उभार एक दुसरे से एक घाटी (Valley) द्वारा अलग रहते है। 

राइबोसोम्स पर प्रोटीन-संश्लेषण की क्रियाविधि  (Mechanism of Protein Synthesis on Ribosomes)
1- गुणसूत्र की DNA में Nucleotides के क्षारों की  व्यवस्था प्रोटीन-संश्लेषण का संकेत देती है। 

2- DNA कोड की नक़ल m-RNA के निर्माण द्वारा प्रदान की जाती है जिसमें थायमिन के स्थान पर यूरेसिल आ जाती है।  m-RNA के निर्माण को Transcription कहते है। 

3- m-RNA केन्द्रक से निकलकर कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) में राइबोसोम्स पर स्थित होकर Template बनती है। m-RNA पर तीन न्यूक्लिओटाइड्स एक विशेष Amino अम्ल के लिए संकेत है। इसे त्रिक संकेत (Triplet Code) कहते है। 

4- विशेष प्रकार के एमीनो  अम्ल ,ATP द्वारा सक्रिय अवस्था (Activated State) में आकर एक विशेष प्रकार के s-RNA (t-RNA) से प्रक्रिया करती है। 

5- जुड़े हुए s-RNA + एमीनो अम्ल पर अपना प्रतिकूट (Anticodon) होता है जो m-RNA पर  स्थित प्रकूट (Codon) पर मिल जाता है। 

6- ऐमीनो अम्ल एक-दूसरे से Peptide Bonds द्वारा जुड़कर Polypeptide Chain बनाते है। 

7- ऐमीनो अम्ल की इस प्रकार बनी श्रंखला अलग होकर प्रोटीन अणु का निर्माण करती है। इस प्रकार DNA के आदेश के अनुसार प्रोटीन निर्माण की क्रिया को Translation कहते है। 

इस प्रकार राइबोसोम्स पर प्रोटीन संश्लेषण की क्रिया पूरी होती है। 


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