द्विगुणन (Duplication) , ट्रांसक्रिप्शन (Transcription), ट्रान्सलेशन (Translation)
द्विगुणन (Duplication)
DNA Genetic Material है। यह कोशिका की आनुवंशिकी का नियन्त्रण करता है। पहले से उपस्थित DNA से नए DNA का लगातार निर्माण होता रहता है।पुराने DNA से नए DNA के निर्माण की इस क्रिया को द्विगुणन (Duplication) या रिप्लीकेशन(Replication) कहते हैं।
ट्रांसक्रिप्शन (Transcription)
DNA से RNA का संश्लेषण होता है। इस क्रिया में DNA कुंडली की एक श्रृंखला पर RNA के Nucleotides आकर जुड़ जाता है जिससे एक अस्थायी DNA-RNA Hybrid का निर्माण होता है। कुछ समय पश्चात RNA की समजात (Complementary) श्रृंखला अलग हो जाती है इसे संदेशवाहक RNA(messenger RNA) कहते है। इसमें Nitrogenous base Thymine के स्थान पर Uracil होता है। इस क्रिया को ट्रांसक्रिप्शन (Transcription) कहते हैं।
ट्रान्सलेशन (Translation)
ट्रांसक्रिप्शन की क्रिया में DNA से निर्मित m-RNA, केन्द्रक से निकलकर कोशिका द्रव्य में राइबोसोम की सतह पर स्थित हो जाता है और प्रोटीन-संश्लेषण करता है। यह कार्य सोल्युबल RNA(s-RNA), अमीनो अम्लों, ATP एवं Enzyme की सहायता से होता है। प्रोटीन-संश्लेषण की इस क्रिया को ट्रान्सलेशन (Translation) कहते हैं।
आण्विक जीव-विज्ञान का प्रधान सिद्धांत (Central Dogma of Molecular Biology)-इस प्रकार DNA से m-RNA और RNA से प्रोटीन बनने की इस क्रिया में एक सूचना का संचार एक ओर से दूसरी ओर होता रहता है। इसे आण्विक जीव-विज्ञान का प्रधान सिद्धांत (Central Dogma of Molecular Biology) कहा जाता है। सूचना के इस एकदिशीय संचार (Unidirectional Flow) की विचारधारा को क्रिक ने दिया।
रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन (Reverse Transcription)
ट्यूमर वायरस मे RNA से DNA का निर्माण होता है अर्थात् DNA के संश्लेषण के लिए आर एन ए ही सांचे का कार्य करता है। इस क्रिया की खोज टेमिन तथा बाल्टीमोर ने सन 1975 मैं की। उन्होंने इसे रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन (Reverse Transcriptio) नाम दिया। वास्तव में यह आर एन ए निर्देशित डीएनए संश्लेषण(RNA Directed DNA Synthesis) है।
रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन |
hope you guys like this post, please share, comment and follow my page for more updates...
No comments:
Post a Comment