यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix):Vegetative,Asexual,Sexual|Hindi


यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix) 

यूलोथ्रिक्स (Ulothrix) में जनन तीन विधियों से होता है-
1. कायिक जनन (Vegetative Reproduction)
2. अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction)
3. लैंगिक जनन (Sexual Reproduction)


कायिक जनन (Vegetative Reproduction )
यूलोथ्रिक्स (Ulothrix) का तंतु कई खंडों में टूट जाता है तो उसे विखंडन कहते हैं। प्रत्येक खंड वृद्धि करके नए तंतु का निर्माण करता है इसे कायिक जनन कहते हैं।


अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction) 
यूलोथ्रिक्स (Ulothrix) में अलैंगिक जनन निम्न विधियों से होता है-

• चल बीजाणु द्वारा (By Zoospore)
• अचल बीजाणु द्वारा (By Aplanospore)
• सुप्त बीजाणु द्वारा 
(By Hypnospore)
• एकाइनीट द्वारा (By Akinetes)
• पाल्मेला अवस्था (By Palmella Stage)


चल बीजाणु द्वारा (By Zoospore )
यूलोथ्रिक्स (Ulothrix) में अलैंगिक जनन चल विचारों द्वारा होता है। चल बीजाणु का निर्माण अनुकूल परिस्थितियों में होता है। यूलोथ्रिक्स (Ulothrix) में होल्डफास्ट को छोड़कर शेष सभी भाग में चल बीजाणुओं का निर्माण होता है। चल बीजाणु (Zoospore) दो तरह के होते हैं-

Micro zoospore
Macro zoospores

a. प्रत्येक कोशिका में Micro zoospore की संख्या 2 से 32 तक होती है तथा Macro zoospores की संख्या 4-8 तक होती है।
यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix):Vegetative,Asexual,Sexual|Hindi

b. प्रत्येक कोशिका का Cytoplasm संघनित हो जाता है तथा छोटे छोटे खण्डों में विभक्त हो जाता है। खण्डों की संख्या 2,4,6,8 और 12 तक होती है।

c. प्रत्येक द्विकशाभयुक्त (Biflagellate) अथवा चतुर्कशाभयुक्त (Quadriflagellate) चल बीजाणु मैं रूपांतरित हो जाता है।

d. यदि चल बीजाणु बड़े आकार के होते हैं तो महा चल बीजाणु (Macro zoospores) कहलाते हैं और इनमें चार flagella होते हैं तथा यह प्रत्येक मात्र कोशिका में 4 या 8 बनते हैं और यदि यह चल बीजाणु छोटे आकार के होते हैं तो लघु चल बीजाणु (Microzoospore) कहलाते हैं और इनमें दो या चार flagella होते हैं तथा यह प्रत्येक कोशिका में 4 से 32 तक बनते हैं।

e. कोशिका के अंदर इनकी संख्या अधिक होने से के कारण कोशिका फूल जाती है और इस फूले हुए भाग को थैले (Vasicle) कहते हैं।

f. Vasicle के टूट जाने पर चल बीजाणु जल में मुक्त हो जाते हैं तथा कुछ समय तैरने के पश्चात महा चल बीजाणु अपने पश्च (Posterior) भाग से तथा लघु जल बीजाणु अपने flagella युक्त अग्र(Anterior) भाग से किसी आधार से चिपक जाते हैं और नए Ulothrix का निर्माण करते हैं।

यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix):Vegetative,Asexual,Sexual|Hindi
यूलोथ्रिक्स -Micro zoospore द्वारा लैंगिक जनन 
A. तन्तु  , B.  वर्धी कोशिका , C-E. Zoosporangium में Zoospore का निर्माण , F-G. Zoospore मुक्त , H-I. Zoospore से नए तन्तु का निर्माण  

      


अचल बीजाणु द्वारा (By Aplanospore)-  
अचल बीजाणु(Aplanospore) का निर्माण प्रतिकूल परिस्थितयों में होता है। Protoplasm कोशिकाभित्ति को छोड़कर Nucleous के चारों ओर एकत्र हो जाता है। केन्द्रक कई केंद्रकों में विभाजित हो जाता है जिसके कारण Non Flagellate Spore बन जाते हैं। इसे Aplanospore कहते हैं। अनुकूल परिस्थिति आने पर यह Aplanospore वृद्धि करके नया तंतु बना लेते हैं। 
यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix):Vegetative,Asexual,Sexual|Hindi
यूलोथ्रिक्स में लैंगिक जनन की विभिन्न विधियां 
A. अचल बीजाणु द्वारा, B. सुप्त बीजाणु द्वारा, C. एकाइनीट द्वारा, D. पाल्मेला अवस्था



सुप्तबीजाणु द्वारा (By Hypnospore)सुप्तबीजाणु  (Hypnospore) का निर्माण प्रतिकूल परिस्थिति में होता है। Protoplasm कोशिका भित्ति को छोड़कर केन्द्रक के चारों ओर जमा हो जाता है। इसे Hypnospore कहते हैं। यह Hypnospore काफी समय  विश्रामावस्था में रहते हैं किन्तु अनुकूल परिस्थिति आने पर यह Hypnospore वृद्धि करके नए Ulothirx का निर्माण करते हैं। 

एकाइनीट द्वारा  (By Akinetes)- प्रतिकूल परिस्थित में तंतु की कोशिकाएं एक मोटी कोशिका भित्ति वाली रचना में  जिसे एकाइनीट  कहते हैं। इस प्रकार कोशिकाभित्ति भी एकाइनीट के निर्माण में भाग लेती हैं। अनुकूल परिस्थिति के आने पर यह नए Ulothrix का निर्माण करते हैं। 

पाल्मेला अवस्था (By Palmella Stage)- जल की कमी होने पर Ulothrix के तन्तु नम भूमि पर पड़े रहते हैं और उसकी प्रत्येक कोशिका का विभाजन होता रहता है जिससे कोशिकाओं में कुछ छोटी तथा गोल कोशिकाओं का मण्डल (Colony) बन जाती है। मण्डल (Colony) की कोशिकाएं एक चिकने श्लेष्मिक पदार्थ (Mucilage) से घिरी रहती है जो प्रतिकूल परिस्थितियों में शैवाल की रक्षा करता है तथा इसे शुष्क नहीं होने देता है। अनुकूल परिस्थिति आने पर यह आवरण खुल जाता है और यह गोल कोशिकाएं नए Ulothrix  का निर्माण करती हैं। 
 


लैंगिक जनन (Sexual Reproduction) 
यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix):Vegetative,Asexual,Sexual|Hindi
यूलोथ्रिक्स-संयुग्मकों द्वारा लैंगिक जनन 
A. तन्तु , B. वर्धी कोशिका ,C-G. Gametangium में Gamete का निर्माण, H. Gamete का स्वतंत्र होना, I-L. Gamete का संयोजन तथा Zygospores का निर्माण, M-P. Zygospores में अर्द्धसूत्री विभाजन से बीजाणुओं का निर्माण तथा उनसे नए तन्तु का निर्माण 

  1. यूलोथ्रिक्स (Ulothrix) Sexual Reproduction अनुकूल परिस्थिति में होता है। Hold Fast को छोड़ सभी Cells में Bi flagellate Gametes का निर्माण होता है। 
  2. Nucleus 2,4,8 तथा 16 केंद्रकों में विभाजित हो जाता है। 
  3. Nucleus Bi flagellate Gametes का निर्माण करता है। 
  4. Gametes का निर्माण Gametangium में होता है। 
  5. कोशिका भित्ति को तोड़कर ये Gamete बाहर जल में तैरने लगते हैं। 
  6. दो Gamete (+) तथा (-) आपस में मिलते हैं जिसे Syngamy कहते हैं और 4 Flagella वाले Zygospores का निर्माण होता है। 
  7. ये Zygospores जल में स्वतंत्र तैरता रहता है जब flagella टूट  है तो Zygospores किसी सतह पर बैठ जाता है। इनमें अर्द्धसूत्री () विभाजन होता है जिसके द्वारा Haploid Spores का निर्माण होता है। ये Haploid Spores Sac Wall के फटने पर बाहर निकलते हैं तथा नए Ulothrix का निर्माण करते हैं।
यूलोथ्रिक्स में जनन (Reproduction in Ulothrix):Vegetative,Asexual,Sexual|Hindi
यूलोथ्रिक्स के जीवन चक्र का रेखीय प्रदर्शन 




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