तारे क्या हैं(What are the Stars?)
आकाश में देखते हैं तो हमें क्या दिखता है साफ़ मौसम में हमें आकाश में अनेकों तारे टिमटिमाते दिखाई देते हैं। उन तारों में कुछ तो बहुत चमकदार दिखाई देते लेकिन बहुत चमकहीन भी होते हैं। तारे ऐसे खगोलीय पिण्ड होते हैं जो अत्यन्त गर्म होते हैं और अपना प्रकाश विकीर्ण करते हैं। तारों द्वारा विकीर्ण प्रकाश उन्हें चमकदार अथवा प्रकट करते हैं।
हमारा सूर्य भी एक तारा है। यह बड़ा और चमकदार इसलिए दिखाई देता है क्योंकि यह अन्य तारों की अपेक्षा हमसे अधिक निकट होता है। सूर्य के पश्चात पृथ्वी निकट दूसरा तारा है एल्फ़ा सैन्टौरी (Alpha Centauri)। एल्फ़ा सैन्टौरी (Alpha Centauri) पृथ्वी से लगभग 4.3 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है।
• दिन के समय हम तारों को नहीं देख पाते हैं क्योंकि दिन के समय में सूर्य का तीव्र प्रकाश होता है।
• तारे हमारी पृथ्वी से कई गुणा विशाल हैं। कुछ तारे सूर्य से भी कई गुना बड़े हैं। वे छोटे इसलिए दिखलाई देते हैं क्योंकि वे हमसे बहुत दूर हैं।
• तारों का अस्तित्व स्थायी नहीं होता है। वे गैसों, प्रमुखतया हाइड्रोजन गैस से निर्मित होते हैं और इनका अंत श्वेत वामन (White Dwarf) या न्यूट्रॉन तारे (Neutron Star) के रूप में होता है।
• तारे कई अरब वर्षों तक रहते हैं।
• तारों का वर्गीकरण उनकी चमक, ताप, वर्ण तथा आकार के अनुसार किया जाता है।
• तारों की निर्माण की प्रक्रिया की दो अवस्थाएं होती है-
◾आदितारा (Protostar) का निर्माण हाइड्रोजन और हीलियम जैसी गैसों के संकुचन से।
◾आदि तारा से तारे का निर्माण हाइड्रोजन अणुओं के नाभिक संलयन (Nuclear Fusion) द्वारा।
◾आदि तारा से तारे का निर्माण हाइड्रोजन अणुओं के नाभिक संलयन (Nuclear Fusion) द्वारा।
इन तथ्यों के अतिरिक्त अन्य कई तथ्य हैं जिनके द्वारा तारों का और अच्छी तरह से विवरण दिया जा सकता है।
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