हीरा तथा ग्रेफाइट में अंतर(Different b/w Diamond & Graphite)|hindi


हीरा तथा ग्रेफाइट में अंतर (Different between Diamond & Graphite)
हीरा तथा ग्रेफाइट में अंतर(Different b/w Diamond & Graphite)|hindi

हीरा और ग्रेफाइट कार्बन के दो अपररूप हैं। हीरा और ग्रेफाइट धातु सह संयोजी बंध द्वारा बंधे हुए क्रिस्टल होते हैं किंतु इनके गुण भिन्न-भिन्न होते हैं। ग्रेफाइट और हीरे के गुणों में अंतर हम इस प्रकार दिखा सकते हैं-
  • उपस्थिति (The presence) : हीरा कार्बन का सर्वाधिक विशुद्ध रूप होता है।यह प्रकृति में स्वतंत्र रूप में पाया जाता है । इसे बनाया नहीं जा सकता जबकि ग्रेफाइट प्राकृतिक रूप में पाया जाता है तथा इसे कृत्रिम ढंग से भी बनाया जाता है।
  • रूप रंग (Appearance)हीरा एक पारदर्शी पदार्थ होता है जिसका अपवर्तनांक उच्च होता है। उचित तरीके से कटे हुए तथा पॉलिश किए हुए हीरे में बहुत ही अधिक चमक होती है और यह अष्टफलकीय क्रिस्टल के रूप में उपस्थित रहता है। हीरे का अपवर्तनांक मान 2.45 होता है। जबकि ग्रेफाइट  एक अपारदर्शी काला पदार्थ होता है जो कागज को काला कर देता है। इसे काला जस्ता के नाम से भी जाना जाता है।
  • कठोरता (Hardness) : जितने भी प्राकृतिक पदार्थ ज्ञात हैं उन सभी प्राकृतिक पदार्थों में हीरा सबसे कठोरतम पदार्थ होता है। हीरे को काटने के लिए भी हीरे का ही प्रयोग किया जाता है। जबकि ग्रेफाइट मुलायम तथा स्पर्श में चिकना व फिसलन युक्त होता है।
  • घनत्व (The density) : हीरे का घनत्व उच्च होता है।  सामान्य तापमान पर इसका घनत्व 3.5 ग्राम/मिलीलीटर  होता है। जबकि ग्रेफाइट का घनत्व मध्यम होता है जोकि 2.3 ग्राम/मिलीलीटर  है।
  • ऊष्मा तथा विद्युत का चालक(Conductor of heat and electricity) : हीरा विद्युत तथा ऊष्मा का कुचालक होता है अर्थात हीरे में से विद्युत तरंग तथा ऊष्मा का स्थानान्तरण नहीं हो सकता हैं। जबकि ग्रेफाइट ऊष्मा तथा विद्युत दोनों का सुचालक होता है। इसमें से विद्युत तरंग तथा ऊष्मा सरलता से स्थानांतरित हो सकती है।
  • विलेयता (Solubility) : हीरा तथा ग्रेफाइट दोनों ही सामान्य विलायकों में अविलेय रहते है।
  • वायु का प्रभाव (Wind effect) : सामान्य तापमान पर हीरा वायु से प्रभावित रहता है लेकिन 900°C पर जब हीरे को गर्म किया जाता है तब यह कार्बन डाइऑक्साइड देता है। जबकि ग्रेफाइट वायु में 700 से  800 डिग्री सेल्सियस पर जलकर कार्बन डाइऑक्साइड देता है।
  • क्रिस्टल का आकार (Crystal size) : हीरा अष्टफलकीय क्रिस्टल के आकार का होता है। जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से समचतुष्फलक आकार में सहसंयोजक बंध से घिरे रहते हैं जो हीरे को आयामी आकृति प्रदान करती है। जबकि ग्रेफाइट षट्फलकीय क्रिस्टल के आकार का होता है जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य तीन कार्बन परमाणुओं से सह संयोजी बंध द्वारा आबंधित रहते हैं।
निम्नलिखित बिंदुओं से यह पता चलता है कि हीरा तथा ग्रेफाइट  में कई अंतर हैं जो इन्हें अलग बनाते हैं।

No comments:

Post a Comment