सांप सामान्य परिचय (Snakes in hindi): सांप के काटने पर करने वाले उपाय


सांप सामान्य परिचय (Snakes in hindi): सांप के काटने पर करने वाले उपाय

सांप (Snakes)
सांप सामान्य परिचय (Snakes in hindi): सांप के काटने पर करने वाले उपाय

सांप एक ऐसा जीव होता हैं जिसके हाँथ पैर नहीं होते हैं। यह जमीन में बिल बनाकर रहता हैं। जीव विज्ञानं में इसे सरीसृप (Reptiles) वर्ग में रखा गया है। इसका शरीर लम्बा तथा रस्सी के समान होता है जो पूरी तरह से स्केल्स से ढँका रहता है।यह स्केल्स समय समय पर उतरती रहती है जिसे हम केचुली भी कहते हैं। यह एक ऐसा जीव है जो जल तथा थल दोनों ही जगह पाया जाता है अतः इसे उभयचर जीव भी कहते हैं। साँप के पैर नहीं होते हैं अतः यह जमीन पारंगते हुए चलता हैं इसलिए इसे सरीसृप कहते हैं। इसकी आँखे हमेशा खुली रहती हैं क्योंकि इसकी आँखों में पलकें नहीं होती। साँप विषैले तथा विषहीन दोनों प्रकार के होते हैं।इसके ऊपरी और निचले जबड़े की हड्डियाँ इस प्रकार की सन्धि बनाती है जिसके कारण इसका मुँह बड़े आकार में खुलता है। इसके मुँह में विष की थैली होती है जिससे जुडे़ इसके दो दाँत तेज तथा खोखले होते हैं। अतः जैसे ही सांप किसी को काटता है उसका विष शरीर में सीधे प्रवेश कर जाता है। दुनिया में साँपों की है कई प्रजातियां पाई जाती है लगभग 2500 -3000 तक।इनमें से भारत में जेहरीले साँपों की 69 प्रजातियां ज्ञात्त है जिनमे से 29 समुद्री सर्प तथा 40 स्थलीय सर्प है। विषहीन सांप के काटने पर अनेको छोटे गड्ढे सेमिसरकल में पाये जाते है।जबकि विषैले सांपके काटने पर शरीर में केवल दो गहरे गड्ढे पाये जाते है।इसकी कुछ प्रजातियों का आकार 10 सेण्टीमीटर होता है जबकि अजगर नामक साँप की लम्बाई 25 फिट होती  है। साँप मेढक, छिपकली, पक्षी, चूहे तथा दूसरे साँपों को खाता है। यह कभी-कभी बड़े जन्तुओं को भी निगल जाता है।

सांप के काटने पर यह उपाय करें (Do this remedy in case of snake bite)-
सांप के काट लेने पर आपको यह उपाय नहीं करने चाहिए क्योंकि इससे उसकी जान जा सकती है -
कई राज्यों में जहरीले जंतुओं के बढ़ने तथा उनके काटने के कई केस सामने आ रहें हैं। ख़ास कर के सांप के काटने के केस और इस हालात में ऐसा कोई उपचार नहीं करना चाहिए जिससे पीड़ित की जान खतरे में पड़ जाए। देखा गया है कि इन हालात में गाँव के लोग आज भी झाड़ फूक का सहारा लेते हैं जिससे कई बार जान भी चली जाती है ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। आइये जानते हैं कि  ऐसी स्थिति में कौन सा प्राथमिक घरेलु उपचार करना चाहिए जब तक कि वह अस्पताल न पहुँच जाए जिससे उसकी जान बच सके। 

इन बातों को ध्यान में रखें(keep these things in mind)-
  • कई जगह ऐसे निर्देश दिए गए हैं जिसमें यह बताया गया है कि जब भी सांप काटे तो उस जगह को साबुन तथा पानी से लगातार धोते रहे। 
  • जांच करें कि काटने वाला सांप जहरीला तो नहीं है अगर ज़हरीला होगा तो उसपे दो दांत के निशान होंगे। 
  • मरीज को जितना हो सके शांत रखने की कोशिश करें। क्योंकी मरीज जितना उत्तेजित रहेगा उसका रक्तचाप भी उसी गति से बढ़ेगा और शरीर में तेजी से जहर फैलने का खतरा बढ़ जाता है जो खतरनाक हो सकते हैं।  
  • पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर से सारी गहने जैसे घड़ी, अंगूठी, पायल, चेन व जूते चप्पल आदि सभी उतार लें।  
  • पीड़ित को सीधा लेता दें उसे हिलने डुलने न दे इससे जहर फैलने का खतरा बढ़ जाता हैं। 
  • जितना जल्दी हो सके पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल लें जाए और यदि जेहरीले सांप ने काटा हैं तो वैक्सीन लगवाएं। 

सांप काट ले तो क्या न करें (What not to do if a snake bites)-
  • काटे गए स्थान पर बर्फ जा अन्य कोई पदार्थ न लगाएं। 
  • रक्त स्त्राव को रोकने की कोशिश न करें ऐसा करने से शरीर में जहर फैलने का खतरा बढ़ जाता हैं जो खतरनाक हो सकता है। 
  • काटे गए स्थान  पर चीरा न लगाएं। 
  • पीड़ित व्यक्ति को चलने या हिलने डुलने से रोकें।
 


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