सामान्य रूप से ब्रायोफाइटा का आर्थिक महत्त्व बहुत कम है, परन्तु फिर भी इसके कुछ महत्त्व है जिनका वर्णन निम्नलिखित किया गया है-
- स्फेगनम (Sphagnum) में जल का अवशोषण बहुत अधिक होने के कारण इसमें दूसरे जीवित पौधों को लपेटकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है।
- कुछ मौस (Mosses) जो तालाबों में उगती हैं, मृत्यु होने पर जल के नीचे एकत्र हो जाती हैं और भूमि के निर्माण (soil formation) में सहायक होती हैं।
- ये चट्टानों पर उगकर उसे दूसरे बड़े पौधों को उगाने योग्य भूमि तैयार करने में सहायक होते हैं।
- ब्रायोफाइटा घने रूप से उगते हैं जिसके कारण यह मिट्टी को बांधे रखते हैं और इस प्रकार जब वर्षा होती है तो यह वर्षा के जल द्वारा भूमि के कटाव (soil erosion) को रोकते हैं।
- कुछ ब्रायोफाइटा शाकाहारी स्तनियों (herbivorous mammals) द्वारा खाने के काम आते हैं।
- कुछ ब्रायोफाइटा, जैसे स्फेगनम जन्तुओं के नीचे बिछाने के काम आते हैं।
- कुछ ब्रायोफाइटा जैसे स्फेगनम (Sphagnum) ईंधन के रूप में भी प्रयोग में लायी जाती है।
- मौस के जल-अवशोषण के गुण के कारण इसका प्रयोग उद्यान विज्ञान (horticulture) में शाखों एवं रोपणों (grafts) को बाँधने के लिये किया जाता है।
- स्फेगनम (Sphagnum) को बीज उगाने की क्यारियाँ बनाने के काम में लाया जाता है, क्योंकि पृथ्वी में अधिक समय तक नमी रहती है।
- स्फेगनम (Sphagnum) को अच्छी प्रकार साफ करके घावों की ड्रेसिंग करने के काम में लाया जाता है। पादप-जगत् के विभिन्न वर्गों में कुछ पौधों को विभिन्न प्रकार की मौस कहा गया है जिनमें प्रमुख निम्न हैं -
- फ्यूनेरिया (Funaria) – Cord moss or Green moss
- स्फेगनम (Sphagnum) - Peat/ Bog/ Turf moss
- पॉलीट्राइकम (Polytrichum)— Hair cap moss
- एन्ड्रिआ (Andraea) - Granite moss
- पोगोनेटम (Pogonatum) - Maiden hair moss
- ग्रिमिआ (Grimmia) - Black moss
टेरिडोफाइट्स –
- सैलाजिनेला (Selaginella) - Spike moss
- लाइकोपोडियम (Lycopodium) - Club moss
- सैलाजिनेला रूपेस्ट्रिस (S. rupestris)- Birds nest moss
- सिट्रेरिया इस्लेन्डिका (Citraria islandica) - Iceland moss
- क्लेडोनिया रेन्जिफेरा (Cladonia rangifera) Reinder moss
- एवर्निया पुन्सेस्ट्री (Evernia prunsestri) Oak moss
- कोन्ड्स (Chondrus) —–— Irish moss
यह पादप-जगत् के कुछ विभिन्न वर्गों के पौधे हैं जिनको मौस कहा गया है।
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