ओसांक(Dew Point)क्या होता है?:परिभाषा,उदाहरण|hindi


ओसांक (Dew Point) क्या होता है?:परिभाषा, उदाहरण
ओसांक(Dew Point)क्या होता है?:परिभाषा,उदाहरण|hindi

ओसांक (Dew Point)की परिभाषा

वायुमण्डल में जल की वाष्प (Water Vapour in Atmospher)

हम जानते हैं कि झील, समुद्र, नदी, तालाब, इत्यादि से जल प्रत्येक समय वाष्पित होता रहता है। इनके अतिरिक्त मनुष्य जीव-जन्तु, व पेड़-पौधे भी वायु में जल की वाष्प भेजते रहते हैं। अतः वायुमण्डल में जल की वाष्प सदैव उपस्थित रहता है यद्यपि उसकी मात्रा समय-समय पर बदलती रहती है। वर्षा ऋतु में वायु में जल की वाप्प अधिक होती है तथा ग्रीष्म व शरद ऋतु में यही मात्रा कम हो जाती है। वायु में उपस्थित जल वाष्प की मात्रा व दाब के प्रभावों के अध्ययन व मापन को 'आर्द्रतामिति' कहते हैं ।

यदि हम एक निश्चित ताप पर, वायु के एक निश्चित आयतन में जल की वाष्प भेजते जायें तो अन्त में वह अवस्था आ जाती है जबकि वायु में और अधिक वाष्प नहीं भेजी जा सकती। इस अवस्था में वायु 'संतृप्त' (saturated) कहलाती है। वायु के एक निश्चित आयतन को संतृप्त करने के लिये वाष्प की आवश्यक मात्रा वायु के ताप पर निर्भर करती है। वायु का ताप जितना अधिक होता है, उसे संतृप्त करने के लिये उतनी ही अधिक वाष्प की आवश्यकता होती है।



ओसांक बिंदु (Dew Point)
साधारणतः वायुमण्डल में उपस्थित जल की वाष्प वायु को संतृप्त (saturate) करने के लिए पर्याप्त नहीं होती। परंतु यदि हम किसी ठोस तल को खुली वायु में रखकर धीरे-धीरे ठण्डा करे तो तल के सम्पर्क में वायु ठण्डी होने लगती है तथा एक ऐसा ताप आ जाता है जबकि उस वायु में उपस्थित वाष्प उसे संतृप्त कर देती है। इस ताप को 'ओसांक (dew point) कहते हैं। ओसांक से नीचे तनिक भी ठण्डी होने पर वायु की कुछ वाष्प, तल पर जल (ओस) की बूंदों के रूप में संघनित हो जाती है। (यही कारण है कि गिलास में बर्फ रखने पर गिलास के बाहरी तल पर जल की बूँदें झलकने लगती हैं। इन्हीं बूंदों को ओस कहते है। अतः ओसांक वह ताप है जिस पर वायु के किसी आयतन में उपस्थित जल वाष्प वायु के उस आयतन को संतृप्त कर देती है।

माना कि वायुमण्डल का ताप t°C है। जब तल के सम्पर्क में वायु ओसांक तक ठण्डी होती है तो वायु तथा उसमें उपस्थित वाष्प, दोनों एक ही नियम के अनुसार सिकुड़ती हैं तथा उनका संयुक्त दाब (वायुमण्डल के दाब के बराबर) नियत रहता है। स्पष्ट है कि दोनों का अलग-अलग दाब भी नियत रहता है। अतः ओसांक पर वाष्प दाब वही है जो कि t°C पर था। परन्तु ओसांक पर वाष्प संतृप्त होती है। अतः उसका दाब संतृप्त वाष्प-दाब (saturated vapour pressure) है। अतः किसी ताप पर वायु में उपस्थित वाष्प का दाब, ओसांक पर संतृप्त वाष्प-दाब के बराबर होता है।

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