योगात्मक अभिक्रिया (Addition Reactions) किसे कहते हैं?: परिभाषा, उदाहरण
वे अभिक्रियाएँ जिनमें दो या दो से अधिक पदार्थ संयोग करके केवल एक पदार्थ बनाते हैं, योगात्मक अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण
(i) गन्धक (सल्फर) को वायु में जलाने पर सल्फर डाइऑक्साइड गैस बनती है। इस अभिक्रिया में गन्धक तथा वायु की ऑक्सीजन का योग होता है।
S + O2 ⟶ SO2
(ii) कली चूने में पानी मिलाने पर बुझा हुआ चूना बनता है। कली चूने का प्रमुख अवयव कैल्सियम ऑक्साइड तथा बुझे हुए चूने का प्रमुख अवयव कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड होता है। इस अभिक्रिया में कैल्सियम ऑक्साइड तथा जल के अणुओं का योग होता है।
CaO + H2O → Ca(OH)2
(iii) कार्बन मोनो-ऑक्साइड तथा क्लोरीन की योगात्मक अभिक्रिया के फलस्वरूप विषैली गैस फॉस्जीन बनती है जिसे कार्बोनिल क्लोराइड भी कहते हैं।
CO + Cl2 ⟶ COCl2
उदाहरण
(i) गन्धक (सल्फर) को वायु में जलाने पर सल्फर डाइऑक्साइड गैस बनती है। इस अभिक्रिया में गन्धक तथा वायु की ऑक्सीजन का योग होता है।
S + O2 ⟶ SO2
(ii) कली चूने में पानी मिलाने पर बुझा हुआ चूना बनता है। कली चूने का प्रमुख अवयव कैल्सियम ऑक्साइड तथा बुझे हुए चूने का प्रमुख अवयव कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड होता है। इस अभिक्रिया में कैल्सियम ऑक्साइड तथा जल के अणुओं का योग होता है।
CaO + H2O → Ca(OH)2
(iii) कार्बन मोनो-ऑक्साइड तथा क्लोरीन की योगात्मक अभिक्रिया के फलस्वरूप विषैली गैस फॉस्जीन बनती है जिसे कार्बोनिल क्लोराइड भी कहते हैं।
CO + Cl2 ⟶ COCl2
(iv) एथिलीन तथा हाइड्रोजन की योगात्मक अभिक्रिया के फलस्वरूप एथेन गैस प्राप्त होती है।
C2H4 + H2 ⟶ C2H6
300°C
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