प्रतिस्थापन अभिक्रिया (Substitution Reactions)किसे कहते हैं?: परिभाषा, उदाहरण|hindi


प्रतिस्थापन अभिक्रिया (Substitution Reactions) किसे कहते हैं?


प्रतिस्थापन अभिक्रिया (Substitution Reactions)किसे कहते हैं?: परिभाषा, उदाहरण|hindi


वे अभिक्रियाएँ जिनमें किसी यौगिक के अणु के किसी एक परमाणु अथवा परमाणुओं के समूह के स्थान पर कोई दूसरा परमाणु अथवा परमाणुओं का समूह आ जाता है, प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।

उदाहरण के लिए

(i) कॉपर सल्फेट के विलयन में लोहे की कीलें डालने पर निम्नलिखित अभिक्रिया होती है तथा लोहे की कीलों पर कॉपर धातु जमा हो जाती है।

CuSO4 Fe  ⟶  FeSO4 + Cu

इस अभिक्रिया में Cu परमाणु Fe परमाणुओं द्वारा प्रतिस्थापित हो जाते हैं। अत: यह एक प्रतिस्थापन अभिक्रिया है।


(ii) सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में मेथेन तथा क्लोरीन की अभिक्रिया इस प्रकार होती है-

CH4  +  Cl  ⟶  CH3Cl + HCl

इस अभिक्रिया में मेथेन अणु में उपस्थित एक हाइड्रोजन परमाणु एक क्लोरीन परमाणु द्वारा प्रतिस्थापित को जाता है तथा यह एक प्रतिस्थान अभिक्रिया है।


(iii) एथिल ब्रोमाइड तथा जलीय KOH की अभिक्रिया इस प्रकार होती है -

C2H5Br + KOH → C2H5OH  +  KBr

इस अभिक्रिया में एथिल ब्रोमाइड अणु में उपस्थित ब्रोमीन परमाणु OH समूह द्वारा प्रतिस्थापित हो जाते हैं तथा यह एक प्रतिस्थापन अभिक्रिया है।


FAQs


1. प्रतिस्थापन अभिक्रिया का उपयोग क्या है?

Ans. प्रतिस्थापन अभिक्रिया का उपयोग विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों में किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:

  • धातुओं का निष्कर्षण: धातुओं को उनके अयस्कों से निकालने के लिए प्रतिस्थापन अभिक्रिया का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, एल्यूमीनियम को एल्यूमीनियम ऑक्साइड से निकालने के लिए क्रायोलाइट का उपयोग किया जाता है।
  • रासायनिक यौगिकों का संश्लेषण: प्रतिस्थापन अभिक्रिया का उपयोग विभिन्न प्रकार के रासायनिक यौगिकों को संश्लेषित करने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, हाइड्रोक्लोरिक एसिड को सोडियम हाइड्रॉक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक गैस से संश्लेषित किया जाता है।
  • विद्युत रासायनिक प्रक्रियाएं: प्रतिस्थापन अभिक्रिया का उपयोग बैटरी और ईंधन सेल जैसी विद्युत रासायनिक प्रक्रियाओं में किया जाता है।


2. प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं की खोज किसने की थी?

Ans. प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं की खोज प्राचीन काल में हुई थी। 17वीं शताब्दी में, फ्रांसीसी रसायनज्ञ जोसेफ प्रीस्टले ने विभिन्न धातुओं और एसिड के बीच प्रतिक्रियाओं का अध्ययन किया और प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं के सिद्धांतों को विकसित किया।



3. प्रतिस्थापन अभिक्रियायें क्यों होती हैं?

Ans. प्रतिस्थापन अभिक्रियायें तब होती हैं जब एक तत्व या यौगिक दूसरे तत्व या यौगिक को किसी रासायनिक प्रतिक्रिया में प्रतिस्थापित करता है। यह तब होता है जब प्रतिस्थापित करने वाला तत्व या यौगिक प्रतिस्थापित किए जाने वाले तत्व या यौगिक की तुलना में अधिक प्रतिक्रियाशील होता है।



4. प्रतिस्थापन अभिक्रिया और द्विविस्थापन अभिक्रिया में क्या अंतर है?

Ans. प्रतिस्थापन अभिक्रिया और द्विविस्थापन अभिक्रिया दोनों ही रासायनिक प्रतिक्रियाएं हैं जिनमें तत्वों या यौगिकों का प्रतिस्थापन होता है।

प्रतिस्थापन अभिक्रिया

  • एक तत्व या यौगिक दूसरे तत्व या यौगिक को प्रतिस्थापित करता है।
  • इसमें केवल एक अभिकर्मक और एक उत्पाद होता है।
  • प्रतिस्थापित करने वाला तत्व या यौगिक प्रतिस्थापित किए जाने वाले तत्व या यौगिक की तुलना में अधिक प्रतिक्रियाशील होता है।

द्विविस्थापन अभिक्रिया

  • एक तत्व या यौगिक दूसरे तत्व या यौगिक के साथ मिलकर दो नए यौगिक बनाता है।
  • यह दो अभिकर्मक और दो उत्पाद होते हैं।
  • इसमें अधिक प्रतिक्रियाशील तत्व कम प्रतिक्रियाशील तत्व को प्रतिस्थापित करता है।


5. भोजन के पाचन में कौन सी अभिक्रिया होती है?

Ans. भोजन के पाचन में विभिन्न प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं, जिनमें प्रतिस्थापन अभिक्रियाएं भी शामिल हैं। उदाहरण के लिए, लार में एमाइलेज नामक एंजाइम होता है जो स्टार्च को छोटे शर्करा अणुओं में बदल देता है। यह एक प्रतिस्थापन अभिक्रिया है क्योंकि एमाइलेज स्टार्च को पानी से बदल देता है।

No comments:

Post a Comment