साइकॉन या स्काइफा का कंकाल (Skeleton of Sycon or Scypha)|hindi


साइकॉन या स्काइफा का कंकाल (Skeleton of Sycon or Scypha)

साइकॉन या स्काइफा का कंकाल (Skeleton of Sycon or Scypha)|hindi

Sycon or Scypha के कंकाल में महीन, क्रिस्टलीय संरचनाएं होती हैं जिन्हें sclerites या spicules कहा जाता है। ये spicules कैल्शियम युक्त होते हैं, अर्थात यह spicules कैल्शियम कार्बोनेट से बने होते हैं। यह spicules कैल्शियम कार्बोनेट (लगभग 87%) के अलावा मैग्नीशियम कार्बोनेट और अन्य खनिजों (10%), पानी (3%) और कार्बनिक पदार्थों से बने होते हैं। Scypha में spicules megascleres या बड़े होते हैं और अलग रहते हैं। यह विभिन्न आकार तथा आकृति के होते हैं। spicules मुख्य रूप से mesohyal में स्थित होते हैं और अक्सर pinacoderm के माध्यम से बाहर निकलते हैं। आकार तथा आकृति के आधार पर, Scypha के spicules निम्न प्रकार के होते हैं :-


Scypha में Spicules के प्रकार (Types of Spicules in Scypha) 

साइकॉन में spicules तीन प्रकार के होते हैं -

1. Monaxon spicules : ये बड़े, सुई की तरह और सीधे या घुमावदार हो सकते हैं। ये monactinal हो सकते हैं जिसमें वृद्धि केवल एक दिशा में होती है या फिर diactinal जिसमें दोनों दिशाओं में वृद्धि होती है। ये निम्न दो प्रकार के हो सकते हैं -

(a) बड़े one-rayed monaxon spicules ऑस्कुलम के चारों ओर पाए जाते हैं तथा एक सर्कल के रूप में व्यवस्थित होते हैं। इसे oscular fringe कहते हैं। 

(b) छोटे,साधारण,  spear जैसा या club- shaped spicules समूह में होते हैं और Scypha की सतह से बाहर निकलते हुए पाया जाता है, जो स्पंज को एक कड़ा रूप देता है तथा आंशिक रूप से ओस्टिया को ढके रहते हैं और उसकी रक्षा करते हैं।

3. Triaxon spicules: ये तीन अक्षों से युक्त triradiate spicules होते हैं। ये रेडियल canal के साथ होते हैं। इनका एक सिरा canal के बंद सिरे की ओर इशारा करता है।

2. Tetraxon spicules : इन्हें tetraradiates के रूप में भी जाना जाता है। प्रत्येक में चार अक्ष होती हैं लेकिन विभिन्न तलों में हैं। ये spongocoel के आस-पास के मोटे gastral cortex में अंतःस्थापित होते हैं।


साइकॉन या स्काइफा का कंकाल (Skeleton of Sycon or Scypha)|hindi


Spicules का विकास (Development of Spicules)

Spicules का विकास स्पंज बॉडी के mesohyal में स्थित विशेष amoeboid cells, scleroblasts के स्राव से होता हैं। एक अकेली scleroblast के विभाजन से दो sclerocytes बनती हैं जिसके द्वारा एक monaxon spicule का निर्माण होता है। बाहरी sclerocyte को thickener cell कहा जाता है तथा अंदर वाली को founder cell कहा जाता है। Spicules को लंबा करने के लिए thickener cell जिम्मेदार होता है।

तीन scleroblasts के समूह द्वारा एक triradiate spicule का निर्माण होता है। इनमें से प्रत्येक दो sclerocytes में विभाजित हो जाता है, जिससे एक sextet, यानी छह कोशिकाएं बनती हैं। tetraradiate spicule एक triradiate spicule की तरह विकसित होता है, चौथा Spicules इन तीनों के जंक्शन से विकसित होता है।


Spicules का महत्व (Importance of Spicules)

स्पंज में spicules के कई महत्व हैं जो इस प्रकार हैं -
  1. ये स्पंज को एक सहायक ढांचा तथा कठोरता प्रदान करता हैं।
  2. यह मुख्य रूप से स्पंज की रक्षा करने का काम करता है।  
  3. स्पंज में यह विभिन्न आकार के होते हैं। जिनसे हमें स्पंज की विभिन्न प्रजातियों की पहचान करने में मदद मिलती हैं।


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