चुम्बकीय फ्लक्स यदि किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में, क्षेत्र के लम्बवत् कोई तल लें तो चुम्बकीय क्षेत्र तथा तल के क्षेत्रफल की गुणा को इस तल से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स (Φ) कहते हैं। माना एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र B में, क्षेत्र के लम्बवत A क्षेत्रफल का कोई तल स्थित है तो इस तल से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स Φ = BA (नीचे चित्र में देखें ⤵)
यदि चुम्बकीय क्षेत्र B, तल के लम्बवत् न होकर तल पर खींचे गये लम्ब ON से Ө कोण बनाए तो तल के लम्बवत् चुम्बकीय क्षेत्र का घटक B cos Ө होगा (ऊपर चित्र में देखें ब )।
अतः इस स्थिति में तल से गुजरने वाला चुम्बकीय फ्लक्स
Φ = (B cos Ө) A = BA cos Ө
चुम्बकीय फ्लक्स को चुम्बकीय बल-रेखाओं के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है।
"चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र के लम्बवत् किसी तल के प्रति मीटर² क्षेत्रफल में से गुजरने वाली फ्लक्स रेखाओं की संख्या उस तल से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स के बराबर होती है।"
यदि कोई तल चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर है तो उस तल से कोई फ्लक्स रेखा नहीं गुजरेगी; अतः उस तल से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स शून्य होगा। यदि तल चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् है तो इस तल से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स प्रकार अधिकतम होगा।
मात्रक M.K.S.A. पद्धति में चुम्बकीय फ्लक्स का मात्रक वेबर होता है।
चुम्बकीय फ्लक्स की विमा चुम्बकीय फ्लक्स Φ का मात्रक
= B का मात्रक × A का मात्रक
= (न्यूटन/ऐम्पियर × मीटर) × मीटर² = न्यूटन × मीटर/ऐम्पियर
= किग्रा-मीटर - सेकण्ड-² × मीटर × ऐम्पियर -¹
= किग्रा-मीटर² - सेकण्ड-² - ऐम्पियर -¹
चुम्बकीय फ्लक्स की विमा = [ML²T-²A-¹] होगी।
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