Mpox या monkeypox का इतिहास तथा उसके लक्षण | in hindi


Mpox या monkeypox का इतिहास

Mpox या monkeypox का इतिहास तथा उसके लक्षण | in hindi

Mpox को monkeypox के नाम से भी जाना जाता हैं। यह संक्रामक बीमारी हैं जो monkeypox नाम के वायरस से होती हैं। यह Orthopoxvirus genus का सदस्य हैं। यह बीमारी संक्रमित जानवरों तथा मनुष्यों से स्वस्थ मनुष्यों में फैलता हैं। इस समय यह बीमारी अफ्रीका से शुरू हुई हैं जो तेजी से पुरे देश में फ़ैल रही हैं। इसके लक्षणों को जानकर आप खुद को इससे बचा सकते हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में थोड़ा विस्तार से :

Mpox monkeypox नामक वायरस से होती हैं। यह एक संक्रामक बीमारी हैं जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या उसके साथ रहने से होती हैं। इसको सबसे पहले 1958 में डेनमार्क में बंदरों में खोजा गया था जिन्हें लैब में शोध के लिए रखा गया था। आज यह अफ्रीका से शुरू हुआ पूरे देश में फैलता जा रहा हैं। इस साल monkeypox के 16,000 से अधिक मामले सामने आये हैं जिसमें 500 से अधिक मौतें हुई हैं विश्व स्वास्थ्य संघटन के अनुसार। Mpox चेचक की तरह ही होता हैं लेकिन उससे थोड़ा गंभीर हो सकता हैं कुछ लोगों के लिए जिनमें शामिल हैं बच्चे, बूढ़े, तथा कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग। Mpox के लक्षण इस प्रकार हैं :


Mpox के लक्षण


  • बुखार
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • पीठ दर्द
  • सूजी हुई लिम्फ नोड्स
  • शरीर पर दाने जिनमें धीरे धीरे मवाद भरने लगता हैं 

बुखार किसी भी बीमारी का प्राथमिक लक्षण होता हैं। इसके बाद अन्य लक्षण दिखने लगते हैं। शरीर पर दाने आमतौर पर चेहरे पर शुरू होते हैं जो शरीर के अन्य हिस्सों, जैसे हाथ, पैर और जननांगों तक फैलते जाते हैं। जिनमें बाउट अधिक खुजली होने लगती हैं। 

Mpox या monkeypox का इतिहास तथा उसके लक्षण | in hindi


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संक्रमण का तरीका

Mpox संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलते हैं। उनके घावों से निकलने वाले तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों या रोगी के इस्तेमाल किये गए बिस्तर जैसी वस्तुओं के संपर्क में आने से फैल सकता है। यह बीमाई आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाती हैं कई बार यह गंभीर हो जाती हैं जिससे रोगी को डॉक्टर को दिखाना जरुरी हो जाता हैं। 

Mpox से संक्रमित होने के लिए खुद को बचने के लिए हमें संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना चाहिए। किसी भी संक्रमित जानवर या व्यक्ति के पास न जाए और उसे छुएं नहीं। पर्याप्त दूरी बनाये रखें और मास्क का इस्तेमाल करें। 

यह सामान्य जानकारी हैं इसके आधार पर कोई भी कदम न उठाएं। गंभीर मामले में डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। 


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