भारत में जीका वायरस (Zika virus) की स्थिति | Zika Virus


भारत में जीका वायरस (Zika Virus)

भारत में जीका वायरस (Zika virus) की स्थिति | Zika Virus

जीका वायरस मच्छर द्वारा पैदा होने वाली एक बीमारी हैं जिसने हाल ही वर्षों में विश्व का ध्यान अपनी ओर किया है। शुरुआत में इसके Cases दक्षिण अमेरिका में अधिक देखने को मिले, लेकिन अब यह भारत में भी देखने को मिल रहा है। इसकी उपस्थिति ने लोगों के बीच चिंताएँ पैदा कर दी हैं। आइये जाने क्या है जीका वाइरस-

जीका वायरस क्या है?

जीका वायरस एक flavivirus है जो मुख्य रूप से संक्रमित Aedes मच्छर के काटने से फैलता है। इस वाइरस को युगांडा के ज़िका वन में 1947 में खोजा गया। यह वायरस 2015 में ब्राज़ील में तेजी से फैलने लगा था लेकिन तब तक यह लोगों के बीच में अनजान बीमारी की तरह था। तब से, यह बीमारी एक वैश्विक स्वास्थ्य चिंता का विषय बनी हुई है, जिससे जागरूकता और अनुसंधान में वृद्धि हुई है।

भारत में जीका वायरस का वर्तमान परिदृश्य

भारत अपनी विविध जलवायु और जनसंख्या घनत्व के लिए जाना जाता है लेकिन जब वेक्टर-जनित बीमारियों के प्रबंधन की बात आती है, तो यहां कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। भारत में जीका वायरस का पहला मामला 2017 में गुजरात राज्य में दर्ज किया गया था। तब से, देश के विभिन्न हिस्सों में इसके कई मामले देखे गए हैं।

जीका वायरस का भौगोलिक वितरण

भारत के कई राज्यों में ज़ीका वायरस के मामले सामने आये हैं जैसे राजस्थान, केरल और तमिलनाडु सहित कई राज्य। वायरस का भौगोलिक प्रसार इसकी निगरानी और नियंत्रण के लिए एक राष्ट्रव्यापी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।

जीका वायरस के निपटने के लिए सरकार की पहल

भारत सरकार ने जीका वायरस से निपटने के लिए कई उपाय लागू किए हैं, जिनमें वेक्टर नियंत्रण कार्यक्रम, जन जागरूकता अभियान और मजबूत निगरानी प्रणाली शामिल हैं। इनका उद्देश्य लोगों पर वायरस के प्रभाव को कम करना है।

जीका वायरस के ट्रांसमिशन के तरीके

जीका वायरस को फैलने से रोकने के लिए यह जानना जरुरी है कि यह वायरस कैसे फैलता है। इस संक्रमण प्राथमिक रूप से संक्रमित एडीज मच्छर, विशेष रूप से एडीज एजिप्टी प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। इसके अतिरिक्त, यह वायरस यौन संपर्क, blood transfusion और गर्भावस्था या प्रसव के दौरान मां से बच्चे में भी फैल सकता है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

1. मच्छर जनित संचरण

एडीज़ मच्छर दिन में काटता है और यह जीका वायरस के संचरण का मुख्य वाहक है। यह रुके हुए पानी में प्रजनन करता है और अक्सर शहरी क्षेत्रों में पाया जाता है, जिससे इसे नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो जाता हैं।

2. यौन संचारण

जीका वायरस यौन रूप से भी संचारित हो सकता है इसलिए ऐसे व्यक्तियों को खासकर सावधानी बरतनी चाहिए जिन्होनें हाल ही में सक्रिय जीका संचरण वाले क्षेत्रों की यात्रा की हो।

जीका वायरस के लक्षण

जीका वायरस के लक्षणों का शीघ्र पता लगाना और संक्रमित को तुरंत चिकित्सीय सहायता देना महत्वपूर्ण है। लेकिन कई संक्रमित व्यक्तियों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं उनमें कुछ हल्के से या कुछ गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते है। 

1. सामान्य लक्षण: जीका वायरस के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं -

  • बुखार
  • शरीर पर Rashes 
  • जोड़ों का दर्द
  • Conjunctivitis
  • मांसपेशियों में दर्द

2.  गंभीर जटिलताएँ: कुछ मामलों में जीका वायरस संक्रमण में गंभीर जटिलताएं देखी गई है, जैसे गुइलेन-बैरे सिंड्रोम और गर्भावस्था के दौरान संक्रमित माताओं से पैदा हुए शिशुओं में जन्म दोष।

भारत में जीका वायरस (Zika virus) की स्थिति | Zika Virus

जीका वायरस की रोकथाम और नियंत्रण

जीका वायरस के संचरण को रोकने के लिए सरकार ने बहुआयामी तरीकों से काम किया है, जिसमें व्यक्तिगत कार्यों को समुदाय पहल के साथ जोड़ा जाता है।

1. व्यक्तिगत सुरक्षा

  • Insect repellent का प्रयोग
  • लंबी बाजू के कपड़े पहनना
  • मच्छरदानी के अंदर सोएं 
  • जीका संचरण वाले क्षेत्रों की यात्रा से बचें

2.  सामुदायिक भागीदारी

  • मच्छरों के प्रजनन स्थलों का Elimination करना 
  • जन जागरूकता अभियान चलाना 
  • मामलों का शीघ्र पता लगाना और जल्दी रिपोर्ट करना
  • स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और स्थानीय समुदायों के साथ सहयोग
भारत में जीका वायरस (Zika virus) की स्थिति | Zika Virus



Health Care Professionals की जीका वायरस को रोकने में भूमिका

Health Care Professionals जीका वायरस के मामलों की रोकथाम, निदान और उसके प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को प्रशिक्षण और शिक्षा दी जाती है। इसके द्वारा यह भिन्न भिन्न प्रणालियों द्वारा यह रोग नियंत्रण में अपना योगदान देते हैं।

निष्कर्ष

भारत में जीका वायरस को समझना हर किसी के लिए आवश्यक है। इसके संचरण, लक्षण और रोकथाम के तरीकों के बारे में जानकार हम इस वायरस के प्रसार को रोकने के सामूहिक प्रयास में सक्रिय रूप से अपना योगदान दे सकते हैं। 


FAQs


1. जीका वायरस शरीर में कितने समय तक रहता है?

जीका वायरस आमतौर पर रक्त में 2 से 12 दिनों तक रहता है। हालांकि, कुछ मामलों में, यह 28 दिनों तक या उससे अधिक समय तक भी जीवित रह सकता है।


2. जीका वायरस कितना दुर्लभ है?

जीका वायरस मच्छर से फैलता है। यह वायरस अफ्रीका, एशिया, अमेरिका और प्रशांत क्षेत्र में पाया जाता है। यह कभी बार एक दुर्लभ बीमारी हुआ करती थी, लेकिन 2015 में ब्राजील में एक बड़े प्रकोप के बाद यह बीमारी बहुत आम हो गई है।


3. जीका वायरस से कितने लोग संक्रमित हैं?

2023 में, दुनिया भर में लगभग 10 मिलियन लोगों के जीका वायरस से संक्रमित होने का अनुमान है। हालांकि, यह संख्या अनिश्चित है क्योंकि कई लोगों में इसके कोई लक्षण नहीं दिखते हैं।


4. जीका वायरस इंसान से इंसान में कैसे फैलता है?

जीका वायरस आमतौर पर संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह वायरस रक्त, वीर्य और योनि स्राव के माध्यम से भी फैल सकता है।


5. अमेरिका में जीका के साथ कितने बच्चे पैदा हुए हैं?

2016 से 2023 तक, अमेरिका में जीका के साथ लगभग 4,000 बच्चे पैदा हुए हैं। इनमें से लगभग 1,000 बच्चों में माइक्रोसेफली या अन्य जन्मजात विकृतियां पाई गई हैं।


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