कार्बन(Carbon):परिभाषा,उपस्थिति,कार्बन के अपररूप तथा प्रकार|hindi


कार्बन (Carbon)
कार्बन(Carbon):परिभाषा,उपस्थिति,कार्बन के अपररूप तथा प्रकार|hindi

परिभाषा(Definition)
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कार्बन(Carbon) सर्वाधिक सुपरिचित तथा पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। पृथ्वी की भूपर्पटी पर इसके अनुपात का क्रम 11वां है किंतु पृथ्वी पर जीवन के लिए कार्बन का महत्व इसे पहला स्थान दिलाता है। पदार्थ जैसे कोयला पेट्रोलियम चीनी सिरका प्रोटीन तथा वसा आदि सभी में कार्बन की प्रचुर मात्रा उपस्थित रहती है। वर्तमान में कार्बन के लगभग 500000 यौगिक ज्ञात हैं।


कार्बन शब्द लैटिन भाषा के कार्बो शब्द से व्युत्पन्न है जिसका अर्थ होता है एक काला पत्थर जिसे जलाया जा सकता है।


कार्बन की उपस्थिति (Occurrence of Carbon)

द्रव्यमान की दृष्टि से पृथ्वी की भूपर्पटी में कार्बन 17 वां ऐसा तत्व है जो पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। कार्बन मुक्त तथा यौगिक दोनों रूपों में पृथ्वी पर पाया जाता है ऐसा कहीं के उपस्थित रहता है।

मुक्त अवस्था में कार्बन,
• कार्बन पृथ्वी पर हीरे व ग्रेफाइट के रूप में रहता है।
• कुछ उल्का पिंडों के रूप में रहता है।
• सूर्य और तारों में भी कार्बन उपस्थित रहता है।



यौगिक अवस्था में कार्बन,
• वायुमंडल में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड के रूप में लगभग 0.03% कार्बन डाइऑक्साइड प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक होती है।

• पृथ्वी में कार्बोनेट के रूप में जैसे संगमरमर ,चूना पत्थर, मैग्नीसाइट, डाॅलोमाइट आदि में भी कार्बन यौगिक अवस्था में रहता है।

• पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस में व हाइड्रोकार्बन के रूप में कार्बन यौगिक अवस्था में रहता है। कोयले में कार्बन मुक्त तथा यौगिक दोनों ही रूपों में उपस्थित रहता है।

• सभी जीवित प्राणियों जैसे पशुओं, मनुष्यों, पौधों आदि में जीवनोपयोगी रासायनिक यौगिकों के रूप में भी कार्बन उपस्थित रहता है जैसे प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, डी एन ए आदि।



अपररूपता तथा कार्बन के अपररूप (Allotropy and Allotropic forms of Carbon)
ऐसे अनेक तत्व होते हैं जो एक से अधिक रूपों में पाए जाते हैं तथा जिनके रासायनिक गुण समान होते हैं किंतु उनके भौतिक गुण भिन्न होते हैं।
किसी तत्व के विविध रूप जिनके रासायनिक गुण समान किंतु भौतिक गुण अलग-अलग होते हैं उसके अपररूपी प्रकार कहलाते हैं। अपररूपी प्रकार को अपररूप भी कहा जाता है। उदाहरण के लिए हीरा तथा ग्रेफाइट कार्बन के दो अपरूप हैं।

इसके अलावा अन्य कई तत्व है जो अपरूपता का कोई दिख जाते हैं जो इस प्रकार हैं-
उदाहरण के लिए- श्वेत फास्फोरस तथा लाल फास्फोरस फास्फोरस के अपररूप हैं। गंधक (Sulphur) के प्रमुख अपरूप हैं रौम्बिक गंधक (Rhombic Sulphur) तथा मोनोक्लिनिक गंधक(Monoclinic Sulphur)।



कार्बन के अपररूपी प्रकार (Allotropic forms of Carbon)

कार्बन के अपनों को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है

क्रिस्टल या रवादार रूप (Crystal or airy form) :  हीरा तथा ग्रेफाइट कार्बन के दो रवादार अपररूप है। हीरा और ग्रेफाइट विशुद्ध कार्बन के रूप होते हैं।
रवाहीन रूप (Fluid form) : पत्थर कोयला ,कोक ,काजल, गैस, कार्बन ,चारकोल आदि कार्बन के रवाहीन अपररूप हैं।


कार्बन(Carbon) पृथ्वी पर जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह कई लोगों से मिलकर एक नया नया यौगिक भी बनाता है तथा सबसे ज्यादा यह कार्बन के अपरूप के रूप में उपस्थित रहता है। इसे हम सरलता से देख तथा छू सकते हैं। यह मुक्त अवस्था में हीरे के रूप में तथा संयुक्त अवस्था में कार्बन खनिज तथा सभी जीवित प्राणियों में जीवनोपयोगी यौगिक के रूप में उपस्थित रहता है।



हम कैसे जान सकते हैं कि पदार्थ में कार्बन है या नहीं? (How can we know the substance has carbon or not?)

कार्बन(Carbon) सर्वाधिक सुपरिचित तथा पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। पृथ्वी की भूपर्पटी पर इसके अनुपात का क्रम 11वां है किंतु पृथ्वी पर जीवन के लिए कार्बन का महत्व इसे पहला स्थान दिलाता है। पदार्थ जैसे कोयला पेट्रोलियम चीनी सिरका प्रोटीन तथा वसा आदि सभी में कार्बन की प्रचुर मात्रा उपस्थित रहती है। वर्तमान में कार्बन के लगभग 500000 यौगिक ज्ञात हैं।

किसी पदार्थ में कार्बन की उपस्थिति को हम लक्षणों को तथ्यों को देख कर पहचान सकते हैं -
  1. रूप रंग (Appearance) 
  2. कठोरता (Hardness)
  3. घनत्व (The density) 
  4. विद्युत चालकता (electric conductivity)
  5. ऊष्मा चालकता (Heat conductivity)
  6. विलेयता (Solubility)
  7. वायु का प्रभाव (Wind effect)
इन लक्षणों के देखकर आप पता कर सकते हैं कि किसी पदार्थ में कार्बन है या नहीं। 




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