द्रव्य का वर्गीकरण (Classification of Matter)|hindi


द्रव्य का वर्गीकरण (Classification of Matter)
द्रव्य का वर्गीकरण (Classification of Matter)

द्रव्य  वह है जो स्थान घेरता है तथा जिसमें भार होता है।शुद्धता के आधार पर द्रव्य दो प्रकार के होते हैं-
  1. शुद्ध पदार्थ (pure substances)
  2. अशुद्ध पदार्थ (impure substances) या मिश्रण (mixtures)
शुद्ध पदार्थों के अणु एक-समान होते हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, शुद्ध पदार्थों में एक ही प्रकार के अणु या कण होते हैं। जबकि अशुद्ध पदार्थों में एक से अधिक प्रकार के अणु या कण होते हैं।

शुद्ध पदार्थ दो प्रकार के होते हैं—
  • तत्व (elements)
  • यौगिक (compounds)

द्रव्य के वर्गीकरण को संक्षेप में हम इस प्रकार लिख सकते हैं-
द्रव्य का वर्गीकरण (Classification of Matter)|hindi

अतः द्रव्य तीन प्रकार के होते हैं-
  1. तत्व (Element)
  2. यौगिक (Compound)
  3. मिश्रण (Mixture)
1. तत्व (Element)- तत्व वे पदार्थ हैं जो किसी भी रीति से दो या दो से अधिक भिन्न गुणों वाले पदार्थों में विभाजित नहीं किये जा सकते हैं और न ही उनसे बनाये जा सकते हैं। उदाहरणार्थ - लोहा (Fe), कॉपर (Cu), मरकरी (Hg), ब्रोमीन (Br) तथा ऑक्सीजन (O) तत्व हैं। तत्व की उपरोक्त परिभाषा राबर्ट बॉयल ने सन् 1660 में दी थी। तत्व की यह परिभाषा कुछ संशोधनों के साथ आज भी मान्य है।

2. यौगिक (Compound)- यौगिक वे पदार्थ हैं जो दो या दो से अधिक तत्वों के निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग से बनते हैं। यौगिक के गुण उसके अवयव तत्वों के गुणों से भिन्न होते हैं। उदाहरणार्थ- जल (H2O) एक यौगिक है। यह हाइड्रोजन (H) तथा ऑक्सीजन (O) तत्वों से मिलकर बना होता है। इसके गुण हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन के गुणों से भिन्न होते हैं। इसमें हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का भार के अनुसार अनुपात सदैव 1 : 8 होता है।

3. मिश्रण (Mixture)-वे द्रव्य जो दो या दो से अधिक द्रव्यों के किसी भी अनुपात में मिला देने पर बनते हैं, मिश्रण कहलाते हैं। मिश्रण के गुण उसके अवयवों के गुणों का मिश्रण होते हैं। उदाहरणार्थ- चीनी और नमक का मिश्रण, नमक तथा पानी का मिश्रण, लकड़ी के बुरादे तथा लोहे के कणों का मिश्रण।

मिश्रण दो प्रकार के होते हैं-
  1. समांगी (homogeneous) मिश्रण
  2. विषमांगी (heterogeneous) मिश्रण

जिस मिश्रण के किसी भी भाग का संघटन (composition) उसके किसी भी दूसरे भाग के संघटन के समान होता है, उसे समांगी मिश्रण कहते हैं। जिस मिश्रण के विभिन्न भागों का संघटन एक दूसरे से भिन्न होता है, उसे विषमांगी मिश्रण कहते हैं। समांगी मिश्रण को विलयन (solution) भी कहते उदाहरणार्थ- नमक तथा जल का मिश्रण एक समांगी मिश्रण है। चीनी तथा जल का मिश्रण भी एक समांगी मिश्रण है। चीनी तथा नमक का मिश्रण एक विषमांगी मिश्रण है। जल तथा तेल का मिश्रण एक विषमांगी मिश्रण है।




समांगी द्रव्य तथा विषमांगी द्रव्य-जिस द्रव्य के प्रत्येक भाग का संघटन एक-सा होता है, उसे समांगी (homogeneous) द्रव्य कहते हैं। जिस द्रव्य के प्रत्येक भाग का संघटन एक-सा नहीं होता है, उसे विषमांगी (heterogeneous) द्रव्य कहते हैं। तत्व, यौगिक तथा समांगी मिश्रण (विलयन) समांगी द्रव्य हैं तथा विषमांगी मिश्रण विषमांगी द्रव्य है।

समांगी मिश्रण तथा विषमांगी मिश्रण में एक प्रमुख अन्तर यह है कि समांगी मिश्रण के विभिन्न अवयवों की सीमाओं को पृथक् रूप देखा नहीं जा सकता है जबकि विषमांगी मिश्रण के विभिन्न अवयवों की सीमाओं को पृथक् रूप से देखा जा सकता है। उदाहरणार्थ- जल तथा चीनी का मिश्रण एक समांगी मिश्रण है। इस मिश्रण के अवयव पृथक्-पृथक् दिखाई नहीं देते हैं। इसके विपरीत लोहे की छीलन, बालू-रेत तथा चीनी का मिश्रण एक विषमांगी मिश्रण है तथा इस मिश्रण में इसके अवयवों के कण पृथक्-पृथक् दिखाई देते हैं।


विलयन (Solution)

दो या दो से अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को विलयन कहते हैं। समांगी मिश्रण के प्रत्येक भाग की रचना एक-सी होती है। सामान्यतः समांगी मिश्रण में जो अवयव अधिक मात्रा में होता है उसे विलायक (solvent) तथा जो अवयव कम मात्रा में होता है उसे विलेय (solute) कहते है। विलयन द्रव्य की ठोस, द्रव और गैस किसी भी अवस्था में हो सकता है। इस आधार पर कुल नौ प्रकार के विलयन होते हैं-
  1. ठोस का ठोस में विलयन: उदाहरण-पीतल (brass); यह जस्ते (20%) तथा कॉपर (80%) की मिश्र धातु है। 
  2. ठोस का द्रव में विलयन उदाहरण-नमक का जल में विलयन।
  3. ठोस का गैस में विलयन उदाहरण- धुआँ; यह कार्बन का वायु में विलयन है।
  4. द्रव का ठोस में विलयन उदाहरण- जैली।
  5. द्रव का द्रव में विलयन : उदाहरण-मदिरा; यह एथिल ऐल्कोहॉल का जल में विलयन है। 
  6. द्रव का गैस में विलयन: उदाहरण-वायु में जल-वाष्प।
  7. गैस का ठोस में विलयन : उदाहरण-हाइड्रोजन गैस तथा पैलेडियम धातु का समांगी मिश्रण।
  8. गैस का द्रव में विलयन : उदाहरण- सोडा-वाटर । 
  9. गैस का गैस में विलयन : उदाहरण- वायु
वह विलयन जिसमें विलायक की मात्रा विलेय की तुलना में बहुत अधिक होती है, तनु विलयन (dilute solution) कहलाता है। वह विलयन जिसमें विलायक की मात्रा विलेय की तुलना में बहुत अधिक नहीं होती है, सान्द्र विलयन (concentrated solution) कहलाता है।

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