कॉकरोच के thorax वाले भाग में, Oesophagus एवं Crop के अग्र भाग से लिपटी, दोनों ओर एक-एक लार ग्रन्थियाँ होती हैं। प्रत्येक ग्रन्थि में लार का स्रावण करने वाला, एक द्विपालित (bilobed), पत्ती - जैसा ग्रन्थिल भाग (glandular part) होता है तथा लार भण्डारण हेतु एक लम्बा, अण्डाकार-सा थैलीनुमा आशय (reservoir) होता है। reservoir की दीवार महीन एवं पारदर्शक होती है।
ग्रन्थिल भाग की प्रत्येक पालि छोटी-छोटी पल्लिकाओं (lobules) में बँटी होती है। lobules से निकली छोटी नलिकाएँ पालि की प्रमुख लार नलिका में खुलती हैं। फिर दोनों, पालियों की लार नलिकाएँ मिलकर ग्रन्थि की लार नलिका (glandular duct) बनाती हैं। reservoir से एक अलग आशयी नलिका (reservoir duct) निकलती है। दोनों ओर की लार नलिकाएँ मिलकर एक सह आशयी नली (common reservoir duct) बनाती हैं। फिर सहलार एवं सहआशयी नलिकाएँ भी मिलकर एक अग्रवाही लार नाल (efferent salivary duct) बनाती हैं। यह नाल ग्रीवा और सिर में होती हुई हाइपोफैरिंक्स (hypopharynx) के आधार भाग पर मुखाग्र गुहा में खुल जाती है। लार एवं reservoir ducts की दीवार के भीतरी स्तर पर, इसे सुदृढ़ बनाने हेतु, cuticle के स्प्रिंगनुमा छल्ले होते हैं।
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