MCQ on Aschelmenthes - Class 12 in Hindi
Aschelmenthes संघ के कुछ सदस्य हर प्रकार के जल या गीली मिट्टी में पाए जाते हैं जबकि अन्य सदस्य जन्तुओं एवं पादपों के अंदर अन्तः परजीवी के रूप में रहते हैं। इस संघ में लगभग 12,000 जातियाँ पाई जाती हैं।
1. उपचर्म के नीचे की ऐसी एपिडर्मिस केन्द्रक होते हैं, लेकिन पृथक् कोशिकाएँ नहीं होती, कहते हैं-
(क) एककोशिकीय
(ख) सिन्सिशियल
(ग) बाह्य परजीवी
(घ) इनमें से कोई नहीं
(ख) सिन्सिशियल
(ग) बाह्य परजीवी
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: सिन्सिशियल
2. किस परजीवी के लिए द्वितीयक पोषद की आवश्यकता नहीं होती-
(क) ऐस्कैरिस
(ख) टीनिया
(ग) प्लाज्मोडियम
(घ) फैशिओला
उत्तर: ऐस्कैरिस
3. ऐस्कैरिस होता है-
(क) द्विलिंगी
(ख) जलीय
(ग) सीलोमेट
(घ) एकलिंगी
उत्तर: एकलिंग
4. सीनोसाइटिक (सिन्सिशियल) एपिडर्मिस किसमें होती है-
(क) हाइड्रा
(ख) ऐस्कैरिस
(ग) कॉकरोच
(घ) केंचुआ
उत्तर: ऐस्कैरिस
5. ऐस्कैरिस के होंठ होते हैं-
(क) उपास्थीय
(ख) सपाट
(ग) दन्तयुक्त
(घ) अस्थीय
उत्तर: दन्तयुक्त
6. ऐस्कैरिस में त्वचा की एपिडर्मिस होती है-
(क) स्तृत शल्की एपिथीलियम
(ख) स्तृत घनाकार एपिथीलियम
(ग) एककोशिकीय
(घ) सिन्सिशियल
उत्तर: सिन्सिशियल
7. किसमें शरीर खण्डविहीन होता है-
(क) मच्छर
(ख) केंचुआ
(ग) बिच्छू
(घ) ऐस्कैरिस
उत्तर: ऐस्कैरिस
8. मानव के लिए ऐस्कैरिस लम्ब्रीक्वॉएडिस की संक्रमण प्रावस्था कौन सी है
(क) भ्रूणीय परिवर्धन के पहले का संसेचित अण्डा
(ख) तीसरे त्वक्पतन के बाद का लार्वा
(ग) ऐम्ब्रियोनेटेड अण्डा
(घ) चौथे त्वक्पतन के बाद का लार्वा
उत्तर: ऐम्ब्रियोनेटेड अण्डा
9. वयस्क ऐस्कैरिस में देहगुहा होती है-
(क) हीमोसील
(ख) सीलोम
(ग) स्यूडोसील
(घ) ऐम्फीसील
उत्तर: स्यूडोसील
10. ऐस्कैरिस के द्वितीय इन्स्टार लार्वा का त्वक्पतन होता है-
(क) पोषद की ऑत में
(ख) मिट्टी में
(ग) पोषद के फेफड़े में
(घ) पोषद की रुधिरवाहिनियों में
उत्तर: पोषद के फेफड़े में
11. नर व मादा ऐस्कैरिस में क्रमशः होते हैं-
(क) दो वृषण, दो अण्डाशय
(ख) एक वृषण, एक अण्डाशय
(ग) एक वृषण, दो अण्डाशय
(घ) दो वृषण, एक अण्डाशय
उत्तर: एक वृषण, दो अण्डाशय
12. मिथ्या देहगुहा (स्यूडोसीलोम) किसमें पाई जाती है-
(क) सिस्टोड
(ख) कॉकरोच (पेरिप्लैनेटा)
(ग) ट्रिमैटोड
(घ) निमैटोड (ऐस्कैरिस-गोलकृमि)
उत्तर: निमैटोड (ऐस्कैरिस-गोलकृमि)
13. ऐस्कैरिस में अण्डाणुओं का निषेचन किसमें होता है-
(क) योनि
(ख) अण्डवाहिनी
(ग) गर्भाशय
(घ) सेमिनल वेसिकिल
उत्तर: गर्भाशय
14. मादा ऐस्कैरिस नर ऐस्कैरिस से किस लक्षण में भिन्न होते हैं-
(क) मुड़ी हुई पूँछ
(ख) शरीर की अधिक लम्बाई
(ग) पीनियल सीटी
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: शरीर की अधिक लम्बाई
15. ऐस्कैरिस की प्रथम दो लार्वल प्रावस्थाएँ पाई जाती हैं-
(क) वयस्क के गर्भाशय में
(ख) पोषद की आँत में
(ग) वयस्क की देहगुहा में
(घ) अंडे में
उत्तर: अंडे में
16. ऐस्कैरिस के होंठों पर उपस्थित ऐम्फिड-
(क) लार का स्रावण करते हैं
(ख) प्रोटीन-पाचक एन्जाइमों का स्रावण करते हैं
(ग) आसंजक अंग होते हैं
(घ) घ्राण एवं रासायनिक संवेदनाएँ ग्रहण करते हैं
उत्तर: घ्राण एवं रासायनिक संवेदनाएँ ग्रहण करते हैं
17. मनुष्य के शरीर में ऐस्कैरिस की परिवर्धन प्रावस्थाओं के भ्रमण का पथ-
(क) बाहर →आँत →यकृत →हृदय →फेफड़े →आंत →बाहर
(ख) बाहर →मुख →आंत →यकृत →फेफड़े →हृदय →ट्रैकिया →बाहर
(ग) बाहर →ट्रैकिया →फेफड़े →हृदय →यकृत →आँत →बाहर
(घ) बाहर →ग्रासनली →आमाशय →हृदय →फेफड़े →यकृत →आँत →बाहर
(ख) बाहर →मुख →आंत →यकृत →फेफड़े →हृदय →ट्रैकिया →बाहर
(ग) बाहर →ट्रैकिया →फेफड़े →हृदय →यकृत →आँत →बाहर
(घ) बाहर →ग्रासनली →आमाशय →हृदय →फेफड़े →यकृत →आँत →बाहर
उत्तर: बाहर → आँत → यकृत → हृदय → फेफड़े → आंत → बाहर
18. पोषद के पाचक एन्जाइमों के दुष्प्रभाव से अपनी सुरक्षा ऐस्कैरिस किसके द्वारा करता है
(क) श्लेष्म
(ख) उपचर्म एवं एन्टीएन्जाइमों
(ग) एन्टीएन्जाइमों
(घ) उपचर्म
उत्तर: उपचर्म एवं एन्टीएन्जाइमों
19. पोषद के शरीर में भ्रमण के दौरान ऐस्कैरिस पोषद के किस अंग से गुजरता है-
(क) तिल्ली
(ख) फेफड़ा
(ग) वृक्क
(घ) रेखित पेशियों
उत्तर: फेफड़ा
20. ऐस्कैरिऐसिस रोग में किस औषधि का उपयोग होता है-
(क) शीशम का तैल
(ख) चीनोपोडियम का तैल
(ग) क्लोरोक्विनोन
(घ) तार-कैम्फर
उत्तर: चीनोपोडियम का तैल
21. मनुष्य के लिए ऐस्कैरिस की संक्रमण प्रावस्था कौन सी है-
(क) प्रथम जूवेनाइल
(ख) द्वितीय जूवेनाइल
(ग) तृतीय जूवेनाइल
(घ) चतुर्थ जूवेनाइल
उत्तर: द्वितीय जूवेनाइल
22. लैंगिक द्विरूपता इनमें से किसमें पाई जाती है-
(क) ल्यूकोसोलीनिया में
(ख) हाइड्रा में
(ग) मिट्टी के कृमि में
(घ) ऐस्कैरिस में
उत्तर: ऐस्कैरिस में
23. ऐस्कैरिस की आहारनाल का एक भाग होता है-
(क) ग्रासनली
(ख) आमाशय
(ग) मुख प्रकोष्ठ
(घ) पेषणी
उत्तर: मुख प्रकोष्ठ
24. ऐस्कैरिस के शरीर में भीतर उपचर्म का स्तर होता है-
(क) वृषण पर
(ख) अण्डाशयो पर
(ग) आँत पर
(घ) आमाशय में
उत्तर: आंत पर
25. मनुष्य में शिशु ऐस्कैरिस का प्राथमिक भ्रमण लगभग कितने दिनों में पूरा होता है-
(क) दो सप्ताह में
(ख) आधे सप्ताह में
(ग) तीन सप्ताह में
(घ) एक सप्ताह में
उत्तर: एक सप्ताह में
25. कभी-कभी जोर की खाँसी आने पर बच्चों के मुख से तरुण ऐस्कैरिस बाहर निकल आता है। यह तरुण ऐस्कैरिस किस प्रावस्था का होता है-
(क) प्रथम प्रावस्था का जूवेनाइल
(ख) तृतीय प्रावस्था का जूवेनाइल
(ग) द्वितीय प्रावस्था का जूवेनाइल
(घ) चतुर्थ प्रावस्था का जूवेनाइल
उत्तर: चतुर्थ प्रावस्था का जूवेनाइल
26. मादा ऐस्कैरिस का मैथुन में उपयोजित भाग अग्र छोर से शरीर के कितने भाग के पीछे होता है-
(क) 1/5
(ख) 1/3
(ग) 2/3
(घ) 2/5
उत्तर: 1/3
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