अधातु (Non-metals):उपस्थिति,विशेषताएं,भौतिक व रासायनिक गुण


अधातु (Non-metals)

अधातु (Non-metals):उपस्थिति,विशेषताएं,भौतिक व रासायनिक गुण

अधातुओं की उपस्थिति (Occurrence of Non-metals)
प्रकृति में अनेक प्रकार के अधातु (Non-metals) स्वतंत्र अवस्था में पाए जाते हैं जबकि अन्य कई ऐसे अधातु भी हैं जो केवल  अपनी योगिक अवस्था में खनिज रूप में उपस्थित रहते हैं। कुछ सामान्य अधातुओं की उपस्थिति का प्रारूप इस प्रकार है-


अधातु (Non-metals):उपस्थिति,विशेषताएं,भौतिक व रासायनिक गुण


अधातुओं की विशेषताएं (Characteristics of Non-metals)

अधातुओं की कई विशेषताएं होती हैं जिसमें से कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं:

 ➤  अधातु मुलायम, ठोस, तरल तथा गैसें होती हैं।

 ➤  अधातु ऊष्मा तथा विद्युत की कुचालक होती हैं अर्थात इनमें से विद्युत प्रवाहित होकर नहीं जा सकती है लेकिन ग्रेफाइट एक ऐसी अधातु है जो विद्युत की सुचालक है

 ➤  ठोस अधातु भंगुर होती हैं अर्थात जिनको हथौड़े से पीटने पर भी छोटे-छोटे कणों में टूट जाते हैं। ग्रेफाइट तथा हीरे को छोड़कर अधातुओं का गलनांक तथा क्वथनांक निम्न होता है।

 ➤  अधातु ऋण विद्युतीय तत्व होते हैं अर्थात यह अधातु इलेक्ट्रॉन प्राप्त कर ऋण आवेशित आयन बनाने की प्रवृत्ति रखते हैं।

 ➤  अधातुओं में सामान्यतः कोई विशेष चमक नहीं होती है। जैसे- सल्फर ,ब्रोमीन ,ऑक्सीजन, हाइड्रोजन तथा कार्बन अधातु है।



अधातुओं के भौतिक गुण (Physical Properties of Non-metals)

अधातु के कुछ सामान्य भौतिक विशेषताएं इस प्रकार हैं-

 ➤  भौतिक अवस्था (physical state) : अधातु (Non-metals) सामान्य तापमान पर ठोस द्रव तथा गैस अवस्था में उपस्थित रहते हैं। जैसे सामान्य स्थितियों में गंधक तथा फास्फोरस ठोस अवस्था में रहते हैं और ब्रोमीन तरल अवस्था में जबकि हाइड्रोजन ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन गैस अवस्था में रहते हैं।

 ➤  रंग (color)अधातु (Non-metals) अनेक रंगों के होते हैं जैसे गंधक का रंग पीला फास्फोरस का रंग सफेद तथा लाल क्लोरीन का रंग हरा पीला ब्रोमीन का रंग पूरा तथा लाल होता है। हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन गैसें रंगहीन होती हैं।

 ➤  रूप (form) : अधातुओं का रंग रूप फीका होता है अर्थात वे चमकते नहीं हैं किंतु ग्रेफाइट तथा आयोडीन केवल ऐसे दो अधातु हैं जिनमें धात्विक चमक होती है।

 ➤  आघातवर्धनीयता तथा तन्यता (Melleability and Ductility) : अधातु (Non-metals) ना तो आघातवर्धनीय होते हैं और ना ही इनमें तन्यता होती है। अधातु से न तो तारें खींची जा सकती हैं और ना ही इनको चादरों में पीट-पीटकर परिवर्तित किया जा सकता है। अधातु भंगुर होते हैं अर्थात अधातुओं को यदि जोर से दबाया या हथौड़े से पीटा जाए तो वे टुकड़ों में टूट जाते हैं।

 ➤  तनन क्षमता (Tensile Strength) : अधातुओं की तनन क्षमता बहुत निम्न होती है अर्थात अधातु को सरलता से तोड़ा जा सकता है।

 ➤  चालकता (Conductivity) : अधातु (Non-metals) ऊष्मा तथा विद्युत के कुचालक होते हैं। अर्थात अधातु विद्युत तथा ऊष्मारोधी होते हैं। ग्रेफाइट एक ऐसा धातु है जो ऊष्मा का विद्युत का सुचालक होता है |

 ➤  घनत्व (Density): अधातुओं का घनत्व प्रायः निम्न होता है और भी इसी के कारण मुलायम होते हैं। हीरा इसका एक अपवाद है। हीरा प्रकृति में ज्ञात सभी पदार्थों में सर्वाधिक कठोर वस्तु होती है।

 ➤  ध्वनि (Sound) : अधातु किसी वस्तु के द्वारा बजाए जाने या होकर जाने पर ध्वनि उत्पन्न नहीं करते हैं अर्थात अधातु अध्वनिज(non sonorous) होते हैं।

 ➤  गलनांक तथा क्वथनांक (Melting Point and Boiling Point) : ग्रेफाइट को छोड़कर सभी अधातुओं का गलनांक तथा क्वथनांक बहुत ही कम होता है।




अधातुओं के रासायनिक गुण (Chemical Properties of Non-metals)

धातुओं के कई सामान रसायनिक गुण हैं जिनमें से कुछ का विवरण इस प्रकार है:

 ➤  वैद्युत ऋणात्मक गुण (Electronegative Character)

  ◾  अधातुओं में विद्युत ऋणात्मक तत्व होते हैं। इनमें इलेक्ट्रॉन प्राप्त कर ऋण आवेशित आयन बनाने की प्रवृत्ति होती है। 

  ◾  अधातु विद्युत धनात्मक तत्व से इलेक्ट्रॉन निकालने में सक्षम होते हैं तो ऑक्सीकारक का कार्य करते हैं। केवल हाइड्रोजन ही एक ऐसा अधातु है जो इलेक्ट्रॉन गवा अथवा प्राप्त कर सकता है। 

  ◾  अधातु (Non-metals) के अम्लीय ऑक्सीकारक जेल में घुलकर अम्ल बनाते हैं तथा यह नीले लिटमस को लाल में परिवर्तित कर देते हैं जबकि उदासीन ऑक्सीकारकों का लिटमस के रंग पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है। 

  ◾  हाइड्रोजन एक ऑक्सीकारक तथा उपचायक दोनों प्रकार से कार्य करता है। कार्बन एक अधातु है और यह उपचायक की तरह कार्य करती है।



 ➤  ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया (Reaction with Oxygen)

  ◾  अधातु ऑक्सीजन के साथ संयोग कर सह संयोजक ऑक्सीकारक बनाते हैं। ऐसे ऑक्सीकारकों की प्रकृति या तो उदासीन या अम्लीय होती है। 

  ◾  अधातु (Non-metals) के अम्लीय ऑक्सीकारक जल में घुलकर तदनुरूप अम्ल बनाते हैं। 

  ◾  नाइट्रोजन, कार्बन, फास्फोरस, सल्फर तथा हाइड्रोजन यह कुछ अधातु है जो ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करते हैं और कई उत्पाद देते हैं। 

  ◾  सामान्य धातु के अम्लीय ऑक्सीकारक हैं कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड ,डाइनाइट्रोजन पेंटोक्साइड, सल्फर  ट्राईऑक्साइड, फास्फोरस पेंटोक्साइड आदि। 

  ◾  सामान्य अधातुओं के उदासीन ऑक्सीकारक हैं पानी नाइट्रस ऑक्साइड नाइट्रिक ऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड आदि। अधातुओं के ऑक्सीकारक सहसंयोजक योगिक होते हैं।



 ➤  हैलोजन के साथ अभिक्रिया (Reaction with Halogen) 

  ◾  अधातु हैलोजन के साथ संयोग करके सह संयोजक हेलाइड बनाते हैं। शुद्ध अवस्था में अधातु (Non-metals) के हैलाइड विद्युत चालित नहीं करते हैं। हाइड्रोजन क्लोराइड (HCl) एक ध्रुवीय सहसंयोजक योगिक है अर्थात H-Cl बंध में कुछ आयनिक गुण होते हैं। 

  ◾  शुद्ध HCl विद्युत का चालक नहीं होता किंतु HCl का जलीय विलयन, मुक्त H3O+ तथा Cl- की उपस्थिति के कारण विद्युत चालक होता है।



 ➤  हाइड्रोजन के साथ अभिक्रिया (Reaction with Hydrogen) 

  ◾  अधातु हाइड्रोजन के साथ संयोग कर सह संयोजक हाइड्राइट बनाता है। अतः अधातुओं के हाइड्राइड में हाइड्रोजन परमाणु अधातु (Non-metals) के परमाणु के साथ सहसंयोजक बंध द्वारा आबंधित होता है। अधातुओं के हाइड्राइड विद्युत चालक नहीं होते हैं। 

  ◾  अधातुओं के हाइड्राइड अम्लीय, क्षारीय अथवा उदासीन हो सकते हैं जो अधातुओं की प्रकृति पर निर्भर करता है। जैसे- सल्फर हाइड्रोजन के साथ संयोग कर हाइड्रोजन सल्फाइड बनाता है जिसकी प्रकृति अल्प अम्लीय होती है।


 ➤  अम्लों के साथ अभिक्रिया (Reaction with Acids) : अधातु (Non-metals) तनु अम्लों से हाइड्रोजन विस्थापित नहीं करते ऐसा इसलिए क्योंकि अधातु के अपचयन के लिए अपने इलेक्ट्रॉन नहीं गवाते। कुछ अधातु (Non-metals) फिर भी सांद्र ऑक्सीकारक अम्लों के साथ संयोग कर ऑक्सी अम्ल बनाते हैं। जैसे सल्फर सांद्र नाइट्रिक अम्ल के साथ संयोग कर सल्फ्यूरिक अम्ल बनाता है।


 ➤  विस्थापन अभिक्रियाएं (Displacement Reaction) : अधिक क्रियाशील अधातु (Non-metals) अल्प क्रियाशील अधातुओं को उनके लवण  विलयन से विस्थापित कर देते हैं ,जैसे क्लोरीन ब्रोमीन को ब्रोमाइड से तथा आयोडीन को आयोडाइड से विस्थापित कर देती है।



 ➤  अधातुओं के ऑक्सीकारक (Oxides of Non-metals) 
अधातु के ऑक्सीकारक अम्लीय होते हैं जब अधातु (Non-metals) के ऑक्सीकारक को जल में घोला जाता है तब वह अम्लीय विलियन देते हैं जो नीले लिटमस को लाल में परिवर्तित कर देता है। जैसे सल्फर वायु में जलकर सल्फर डाइऑक्साइड देता है जिसका स्वभाव अम्लीय होता है।



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