उद्देश्य (Objective) - वायु में नाइट्रोजन और ऑक्सीजन का आयतन 4 : 1 अनुपात में है।
आवश्यक सामग्री (Material Required) - कांच की द्रोणी, मोमबत्ती, कांच का जार।
प्रक्रिया (Process) - वायु में नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन को दर्शाने के लिए प्रयोग को निम्न प्रकार से करेंगे-
निष्कर्ष (Conclusion) - यह प्रयोग हमें यह दर्शाता है कि वायु में नाइट्रोजन और ऑक्सीजन का आयतन 4 : 1 के अनुपात में होता है।
- इसके लिए सबसे पहले हम कांच की एक द्रोणी लेंगे और उसके मध्य में एक मोमबत्ती स्थिर कर देंगे।
- अब द्रोणी को उसकी आधी ऊँचाई तक पानी से आधा भर लेंगे।
- अब मोमबत्ती पर खाली सुखा हुआ कांच का गैस जार रख देंगे।
- इसके बाद पानी से ऊपर गैस जार को 5 बराबर हिस्सों में बांट लेंगे (चित्र अनुसार)।
- अब गैस जार को हटाएं और मोमबत्ती को जला कर गैस जार से पुनः मोमबत्ती को ढक दें और मोमबत्ती के बुझने की प्रतीक्षा करें।
- कुछ मिनट बाद आप पाएंगे कि पानी का स्तर गैस जार के 1/5 भाग तक ऊपर चढ़ गया है और मोमबत्ती बुझ गई है।
- ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मोमबत्ती ने पानी में घुली हुई ऑक्सीजन का प्रयोग कर लिया। जिससे पानी के आयतन में कमी हुई और यह कमी जार के अंदर की वायु में ऑक्सीजन की मात्रा के बराबर है।
- अब मोमबत्ती को ढके हुए गैस जार के मुंह को सावधानीपूर्वक पानी से धीरे-धीरे निकालें और तुरंत ढक्कन द्वारा बंद कर दें।
- अब गैस जार को टेढ़ा करें और उसमें जलते हुए माचिस की तीली डालें। आप देखेंगे कि तीली बुझ जायेगी।
- जिससे यह सिद्ध होता है कि गैस जार के अंदर भरी हवा दहन प्रक्रिया में सहायता नहीं करती है। अतः यह गैस मुख्यतः नाइट्रोजन ही है।
निष्कर्ष (Conclusion) - यह प्रयोग हमें यह दर्शाता है कि वायु में नाइट्रोजन और ऑक्सीजन का आयतन 4 : 1 के अनुपात में होता है।
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