ऐसा देखा गया है कि जब किसी पदार्थ के पृष्ठ पर ऊष्मीय विकिरण गिरता है तो विकिरण का कुछ भाग उस पदार्थ में अवशोषित हो जाता है, कुछ भाग पदार्थ के आर-पार निकल जाता है तथा शेष भाग पदार्थ के पृष्ठ से परावर्तित होकर वापस लौट आता है।
- पृष्ठ द्वारा अवशोषित विकिरण की मात्रा तथा पृष्ठ पर आपतित विकिरण की मात्रा के अनुपात 'अवशोषण क्षमता' तथा 'अवशोषकता' (absorptance) कहते हैं तथा इसे a से प्रदर्शित करते हैं।
- ठीक इसी प्रकार, पृष्ठ द्वारा पारगमित विकिरण की मात्रा तथा पृष्ठ पर आपतित विकिरण की मात्रा के अनुपात को पृष्ठ की 'पारगमन क्षमता' अथवा 'पारगम्यता' (transmittance) कहते हैं तथा इसे t से प्रदर्शित करते है।
- वैसे ही, पृष्ठ द्वारा परावर्तित विकिरण की मात्रा तथा पृष्ठ पर आपतित विकिरण की मात्रा के अनुपात को पृष्ठ की 'परावर्तन क्षमता' अथवा 'परावर्तकता' (reflectivity) कहते हैं तथा इसे r से प्रदर्शित करते हैं।
माना किसी पृष्ठ पर आपतित विकिरण की मात्रा Q है। माना इसमें से अवशोषित भाग Qa, पारगमित भाग Qt तथा है परावर्तित भाग Qr है। तब
Qa + Qt + Qr = Q
Qa / Q + Qt / Q + Qr / Q = 1
Qa / Q = a , Qt / Q = t तथा Qr / Q = r
a + t + r = 1
यदि t मान नगण्य है (पारगमित भाग नगण्य है) तब,
a + r = 1
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