सामर्थ्य अथवा शक्ति (Power) : परिभाषा, सूत्र, ऊर्जा शक्ति में अन्तर


सामर्थ्य अथवा शक्ति (Power) : परिभाषा, सूत्र, ऊर्जा शक्ति में अन्तर
सामर्थ्य अथवा शक्ति (Power) : परिभाषा, सूत्र, ऊर्जा शक्ति में अन्तर

सामर्थ्य अथवा शक्ति (Power)
किसी कर्त्ता (कार्य करने वाला )के कार्य करने की दर को उसकी सामर्थ्य (अथवा शक्ति ) कहते हैं  अतः

सामर्थ्य = कार्य/समय 

यदि किसी कर्त्ता द्वारा किया जाने वाला कार्य (W) सेकण्ड (t) में होता है तो उसकी सामर्थ्य

P = W/t

चूँकि कार्य W का मात्रक जूल है, अतः सामर्थ्य का मात्रक 'जूल/सेकण्ड' होगा। इसे 'वाट' कहते हैं।

यदि 1जूल का कार्य 1 सेकण्ड के समय में किया जाये तो कर्त्ता (कार्य करने वाले )की सामर्थ्य 1 वाट होगी :

1 वाट = 1 जूल / सेकण्ड

व्यवहार में सामर्थ्य का मात्रक वाट छोटा पड़ जाता है, अतः सामर्थ्य 'किलोवाट' (kilowatt) तथा 'मेगावाट' (megawatt) में भी नापी जाती है :

1 किलोवाट = 10³ वाट
1 मेगावाट = 10⁶ वाट

इन्जीनियरिंग में मशीनों की सामर्थ्य 'अश्व-सामर्थ्य (horse power) में व्यक्त की जाती है :

1 अश्व-सामर्थ्य (H.P.) = 746 वाट 
1 वाट = 1 अश्व सामर्थ्य / 746
अतः  1 किलोवाट = 10³/746 अश्व-सामर्थ्य = 1.34 अश्व-सामर्थ्य

सामान्य व्यक्ति की सामर्थ्य 0.05 से 0.1 अश्व-सामर्थ्य तक होती है।

ऊर्जा तथा शक्ति में अन्तर : किसी कर्त्ता की 'ऊर्जा' तथा 'शक्ति' में स्पष्ट भेद है। 'ऊर्जा' किये जा सकने वाले कार्य के कुल परिमाण को बताती है, इसका समय से कोई प्रयोजन नहीं। शक्ति कार्य करने की दर को बताती है। इसका कार्य के कुल परिमाण से कोई प्रयोजन नहीं। माना कि एक मजदूर 100 ईटों को मकान की छत पर 1 घण्टे में चढ़ाता है जबकि एक मजदूरनीं 100 ईटों को 2 घण्टों में चढ़ाती है। इस दशा में दोनों ने बराबर कार्य किया है अथवा दोनों की बराबर ऊर्जा व्यय हुई है। परन्तु मजदूर ने शक्ति रखता है । ने वही कार्य आधे समय में किया है, अतः वह मजदूरनी से दोगुनी शक्ति रखता है।



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