आवश्यक सामग्री : पेन्सिल, शुष्क सेल, ताँबे की तारें, बैटरी का बल्ब ।
प्रक्रिया : चित्र में दर्शायी गई व्यवस्था के अनुसार विद्युत परिपथ तैयार करें। ताँबे की तारों के दोनों सिरों P. 1' तथा P2 को छोटी मुद्रिका के आकार में मोड़ें।
जब दोनों लूप एक दूसरे से दूर रखें जाएँगे तब बल्ब नहीं जलेगा। अब पेन्सिल को दोनों सिरों से छील कर, इसे परिपथ में दोनों लूप के बीच में रखें। बल्ब जलने लगेगा। यह दर्शाता है कि पेन्सिल का सिक्का परिपथ को पूरा करता है तथा विद्युत तरंगें उसमें प्रवाहित होती हैं। पेन्सिल का सिक्का ग्रेफाइट से बना होता है।
निष्कर्ष - उपर्युक्त प्रयोग द्वारा यह सिद्ध होता है कि ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक होता है।
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