कठफोड़वा (Woodpecker): वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन
कठफोड़वा (Woodpecker) aves वर्ग का एक सदस्य है। इसका वैज्ञानिक नाम Picidae है। यह आमतौर पर गाँवों में खाइयों, बगीचों और हल्की झाड़ियों में रहता है। यह पेड़ों के तने पर चढ़ता है और छालों को टैप करता है तथा पेड़ों की दरारों में घुसकर चींटियों, कीड़ों, लकड़ी में छेद करने वाले भृंगों और पेड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले अन्य कीटों को पकड़ लेता है और खाता है।
वर्गीकरण (Classification):
Phylum - Chordata
Group - Craniata
Subphylum - Vertebrata
Division - Gnathostomata
Superclass - Tetrapoda
Class - Aves
Subclass - Neornithes
Superorder - Neognathae
Order - Piciformes
Genus - Dinopium
Species - benghalense
कठफोड़वा (Woodpecker) के लक्षण
1. Dinopium benghalense को आमतौर पर Golden-backed woodpecker के नाम से जाना जाता है और हिंदी में इसे कठफोड़वा कहा जाता है।
2. इस पक्षी का आकार छोटा होता है। इसकी लंबाई लगभग 22 सेमी होती है।
3. इसका ऊपरी पंख विशिष्ट सुनहरे-पीले और काले रंग का होता हैं, जबकि इसका निचला पंख काले रंग की धारियों वाला पीला-सफेद रंग का होता है।
4. नर कठफोड़वा के सर पर मुकुट और लाल रंग की कलगी होती है, जबकि मादा में यह आंशिक रूप से लाल रंग की होती है।
5. इसके सिर पर बड़ी आंखें, नथुने, कान के छिद्र और लंबी, मोटी नुकीली चोंच होती है जो लकड़ी को तोड़ने और छेदने के लिए अनुकूल होती है।
6. कठफोड़वा की जीभ लंबी, उभरी हुई और कांटेदार होती है, जो कीड़ों आदि को निकालने के लिए अनुकूलित होती है।
7. इसके चार पंजे होते हैं, जिनमें से दो आगे की ओर और दो पीछे की ओर होते हैं।
8. इसकी पूंछ सख्त और पच्चर के आकार (wedge-shaped) की होती है।
9. Dinopium (Woodpecker) पूरे भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका में पाया जाता है। Dendrocopus mahrattensis woodpecker भी भारत में पाया जाता है। इसके ऊपरी पंख और पूंछ के पंखों पर काले और सफेद धब्बे होते हैं। नर पर लाल रंग के धब्बे होते हैं।
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