नाभिक क्या है तथा इसकी खोज किसने की(Nucleus of an atom)
परमाणु का नाभिक(Nucleus of atom)
नाभिक (Nucleus) हर परमाणु के केंद्र में होता है या ऐसा कह सकते हैं कि परमाणु के केंद्र को ही नाभिक (Nucleus) कहा जाता हैं जिसमें प्रोटोन तथा न्यूट्रॉन पाए जाते हैं तथा इलेक्ट्रान बाहर की कक्षाओं में चक्कर लगते हैं। नाभिक (Nucleus) की खोज रदरफोर्ड ने 1911 में अल्फा प्रकीर्णन प्रयोग के दौरान की थी। हमारे आस पास की सभी चीजें परमाणु से मिलकर बनी होती है।जो इलेक्ट्रान ,प्रोटोन तथा न्यूट्रॉन से मिलकर बना होता है।
नाभिक का आकार (Size of the Nucleus)
विभिन्न तत्वों के परमाणु के आकार भिन्न भिन्न होते हैं। परमाणुओं की त्रिज्याएं 0.37Å व 2.62 Å के मध्य होती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो परमाणु की त्रिज्या 10-⁸ सेंटीमीटर की श्रेणी में होती हैं । नाभिक की त्रिज्या 10-¹² सेंटीमीटर की श्रेणी में होती है जिससे यह स्पष्ट होता है कि परमाणु की त्रिज्या नाभिक की त्रिज्या से लगभग 10000 गुना अधिक होती है। परमाणु का आयतन नाभिक की तुलना में 10¹² गुना अधिक होता है। अतः परमाणु का आयतन उसके नाभिक के आयतन की तुलना में बहुत अधिक होता है।
नाभिक (Nucleus) का आकार ,परमाणु के आकार का दस हजारवां भाग होता हैं। हम इसे ऐसे समझ सकते हैं कि यदि एक परमाणु का आकार फ़ुटबाल के मैदान के बराबर (लगभग 100) आवर्धित (Magnified) करें तो नाभिक (Nucleus) का आकार उसके केंद्र में रखे मटर के दाने के बराबर होगा।
नाभिक का संघटन (Composition of the Nucleus)
प्रोटॉन और न्यूट्रॉन भारी कण होते हैं तथा प्रोटोन धनावेशित होता है। किसी परमाणु में सभी प्रोटोन व सभी न्यूट्रॉन उस के नाभिक में स्थित होते हैं तथा इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाते हैं या नाभिक के बाहर रहते हैं। किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित कणों को न्यूक्लिऑन (Nucleon) भी कहते हैं। क्योंकि परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं अतः न्यूक्लिऑन प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन का सामूहिक नाम (Collective name) है।अल्फा प्रकीर्णन के दौरान रदरफोर्ड ने देखा कि कुछ अल्फा किरणों के कण सीधे निकल गए ,कुछ कण अपने मार्ग से थोड़ा सा विचलित हुए तथा कुछ कण सीधे वापस लौट आये। इन अल्फा कणों का बाद में
अध्यन करने पर रदरफोर्ड ने निम्न निष्कर्ष निकाला कि-
अध्यन करने पर रदरफोर्ड ने निम्न निष्कर्ष निकाला कि-
- परमाणु में अधिकतर स्थान खाली होता हैं जिससे किरणें सरलता से आर पार हो जाती हैं।
- परमाणु के केंद्र में नाभिक पाया जाता हैं जो पूर्ण रूप से धनावेशित होता है जिससे अल्फा कण सीधे सीधे टकराकर वापस जाते हैं।
- परमाणु से टकराकर कुछ कण 90 डिग्री विक्षेपित हो गए जिससे यह पता चलता है धनावेशित कण कई जगहों पर बिखरे हुए हैं।
निम्न निष्कर्षों से यह पता चतला है कि नाभिक (Nucleus) क्या होता है तथा उसकी संरचना कैसी होती है जो कि रदरफोर्ड ने अल्फा के प्रयोग द्वारा पता किया।
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