खसरा (Measles)
खसरा क्या है? (What is Measles?)
➤ खसरा (Measles) एक ऐसा रोग है जो बहुत ही तेजी से फैलता है। इसके फैलने का कारण इसके रोगाणू होते हैं जो संक्रमित व्यक्ति के द्वारा वायु में फ़ैल जाते हैं। यह वायरस संक्रमित बच्चों, वयस्कों की नाक तथा ग्रसनी में फैलने लगते हैं।जब एक संक्रमित व्यक्ति खांसता है, छींकता है या बातचीत करता है, तो हवा में बूंदें फैल जाती हैं और अन्य लोग उन्हें अंदर जा सकते हैं।
➤ जब संक्रमित बूंदें सतहों पर भी गिरती हैं तो वहां पर भी घंटों तक सक्रिय और संक्रामक रह सकते हैं। जब लोग इन सतहों को छूते हैं इसे छूने के बाद जब वे संक्रमित उंगलियों को अपने मुंह, नाक में डालते हैं या सतहों के संपर्क के बाद अपनी आंखों को या शरीर के अन्य भाग को छूते हैं तो वे खसरा (Measles) संक्रमित हो जाते हैं।
➤ जिस किसी का भी टीकाकरण नहीं हुआ है या जिसे अतीत में संक्रमण हो गया है उसे संक्रमण हो सकता है। ऐसा देखा गया है कि यह संक्रमण लगभग सात से दस दिनों में पता चल जाता है। यदि आपको एक बार खसरा (Measles) हो जाता है, तो आपका शरीर उसके प्रति रोग प्रतिरोधक विकसित करता है और इसलिए आप वास्तव में पुन: संक्रमित नहीं होते हैं।
खसरा कैसे दिखता है?
खसरा (Measles) सपाट लाल धब्बों की तरह दिखता है, वैसे कभी कभी यह धब्बे उठे हुए भी दिखाई देते हैं। यदि धब्बे दिखाई देते हैं, तो यह बिल्कुल सूखे होते हैं इसमें कोई तरल पदार्थ नहीं होता है। यह वायरस गले और फेफड़ों की कोशिकाओं में बढ़ता है।खसरा (Measles) एक खतरनाक बीमारी हो सकती है जिसके कारण लोगों की मृत्यु भी हो जाती है।
खसरे के लक्षण क्या हैं? (Measles Symptoms)
खसरा (Measles) के लक्षण जुखाम से शुरू होते है जो संक्रमित होने के करीब 10 दिन बाद दिखना शुरू हो जाते हैं। इसके बाद कुछ दिनों के अंदर शरीर पर दाने निकलने लगते हैं।
खसरा (Measles) के प्रारंभिक लक्षण निम्नलिखित हैं:-
1. बंद नाक
2. भूख में कमी
3. पफी पलकें
4. लाल आंखें जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील हैं तथा आँखों में दर्द।
5. तेज बुखार
6. शरीर पर खुजली वाले लाल चकत्ते
7. दर्द एवं पीड़ा
8. थकान, चिड़चिड़ापन
2. भूख में कमी
3. पफी पलकें
4. लाल आंखें जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील हैं तथा आँखों में दर्द।
5. तेज बुखार
6. शरीर पर खुजली वाले लाल चकत्ते
7. दर्द एवं पीड़ा
8. थकान, चिड़चिड़ापन
खसरा कैसे फैलता है? (How is measles spread?)
➤ खसरा (Measles) अत्यधिक संक्रामक है और खांसी या छींकने से फैलता है। यह यह संक्रमित व्यक्ति के द्वारा करीब 15 -16 स्वस्थ व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। खसरा (Measles) एक मानव संक्रमण है जो सिर्फ मनुष्यों में ही फैलता है।
➤ जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छीकता हैं तो इसके द्वारा हवा में संक्रमण फ़ैल जाता है और जान कोई व्यक्ति इसके संपर्क में आता है तो वह व्यक्ति भी इससे संक्रमित हो जाता है। इसलिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना चाहिए और उसके संपर्क में आने से बचना चाहिए।
आप ऐसा समझ सकते हैं कि यह एक छूत की बीमारी है क्योंकि इसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत आसानी से तथा तेजी से फैल सकता है।
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खसरा का निदान कैसे करें? (Diagnosis of Measles)
इस बीमारी के प्राथमिक लक्षणों की जांच करके डॉक्टर खसरा (Measles) की पुष्टि कर सकता है। इन लक्षणों में मुंह में सफेद धब्बे, बुखार, खांसी और गले में खराश हो सकती है। यदि इन लक्षणों के द्वारा डॉक्टर इस बीमारी की पुष्टि नहीं कर पाते हैं तो ब्लड टेस्ट कराया जाता है।
खसरा का इलाज कैसे करें? (Measles Treatment)
टीकाकरण ही खसरा (Measles) का एक मात्रा इलाज है। दो से तीन हफ्तों के बीच इस बीमारी के वायरस और इसके लक्षण चले जाते हैं। यदि आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह आपको सामान्य दवाएं दे सकता है जैसे - बुखार और मांसपेशियों के दर्द में राहत के लिए, खांसी और गले की खराश में राहत देने के लिए, विटामिन ए के सप्लीमेंट आदि।
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खसरा के लिए घरेलू उपचार (Home remedies of Measles)
➤ बीमारी के इलाज के साथ ही कुछ घरेलू उपचार करके आप खसरे (Measles) की इस बीमारी से राहत पा सकते है। यह घरेलु उपचार इस प्रकार हैं -
➤ बीमारी के दौरान पेशेंट का हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। डायट बैलेंस्ड होनी चाहिए इसके साथ ही रोगी के शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस भी होना चाहिए इसके लिए आप इलेक्ट्रोलाइट सॉल्युशन का उपयोग पानी में मिलाकर कर सकते हैं। इसे आप दिन में कई बार पे सकते हैं।
➤ शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए नारियल पानी, जूस, नींबू पानी आदि का सेवन करें क्योंकि बुखार के दौरान और पसीना अधिक निकलने पर शरीर को अधिक मात्रा में पानी की जरूरत होती है।
➤ खसरा (Measles) के दौरान शरीर में खुजली की समस्या भी होती है। इसके लिए नीम की पत्तियों को पानी में उबाल कर उसके पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि नीम की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है जिससे आपको खुजली से राहत मिलेगी। सर्दी-जुकाम के दौरान हल्दी वाला दूध और गुनगुने पानी का सेवन गले को राहत दे सकता है।
ऊपर दिए गये घरेलू उपायों को अपनाकर आप खसरा (Measles) के रोग से राहत पा सकते है।
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