ल्यूकोसोलेनिया का कंकाल (Skeleton of Leucosolenia)|hindi


ल्यूकोसोलेनिया का कंकाल (Skeleton of Leucosolenia)

ल्यूकोसोलेनिया का कंकाल (Skeleton of Leucosolenia)|hindi


मीसोहिल में उपस्थित Spicules ही स्पंज का कंकाल बनाती हैं। ये एक दूसरे से अलग अलग रहती हैं और कैल्सियम कार्बोनेट (CaCO3) की बनी होती हैं। अधिकांश spicules tri-radiate होती हैं अर्थात यह तीन तरफ से बढ़ती है तथा इनकी आकृति असमान होते हैं। 

कुछ spicules चौअरीय (quadriradiate) भी होती है जबकि बची हुई Monaxon होती है जोकि लम्बी संरचना होती हैं। Monaxon spicules पूरे शरीर की सतह पर काँटों की तरह उभरी रहती हैं। ऑस्कुलम के चारों ओर भी इनका एक घना ऑस्कुलर झब्बा (oscular fringe) होता है।


Spicules के निर्माण की विधि : Spicules का निर्माण द्विकेन्द्रकीय (binucleate) कैल्कोब्लास्ट (calcoblasts) कोशिकाओं के द्वारा होता है। प्रत्येक एक अक्षीय spicule का तथा त्रिअरीय एवं चौअरीय spicules की प्रत्येक भुजा का निर्माण एक कैल्कोब्लास्ट करती है। शुरुआत में दो केन्द्रकों के बीच कार्बनिक पदार्थ की एक Axis बनती है। फिर उस अक्ष के चारों ओर कैल्सियम कार्बोनेट जमा होने लगता है। जैसे ही spicules बड़ी होने लगती है, कैल्कोब्लास्ट दो सन्तति कोशिकाओं में बँट जाती है-

पहली- संस्थापक कोशिका (founder cell) जो spicules की लम्बाई और आकृति का नियन्त्रण करती है तथा दूसरी- संघनन कोशिका (thickener cell) जो spicules की मोटाई को बढ़ाती है। कण्टिकाओं का निर्माण करने के बाद कैल्कोब्लास्ट्स इनसे अलग हो जाती हैं।

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