Acipenser (Sturgeon): वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन
Acipenser एक Bony fish हैं। इसे बिचिर के नाम से भी जाना जाता है। इसमें bony Endoskeleton पाया जाता है। इसके शरीर पर plates , scales पाए जाते हैं और इनमें air bladders तथा advanced brain भी होता हैं।Acipenser समुद्री, तल में रहने वाली मछली है। यह छोटे अकशेरुकी, कीड़े, मोलस्क, छोटी मछलियों आदि को खोजने के लिए अपनी snout से तल को हिलाती है। यह anadromous होती है। यह अंडे देने के लिए sea से rivers की ओर migrate करती हैं।
वर्गीकरण (Classification)
Phylum: Chordata
Group: Craniata
Subphylum: Vertebrata
Division: Gnathostomata
Superclass: Pisces
Class: Osteichthyes
Subclass: Actinopterygii
Superorder: Chondrostei
Order: Acipenseriformes
Genus: Acipenser
Acipenser के लक्षण (Characteristics of a Acipenser)
1. Acipenser को आमतौर पर sturgeon के नाम से जाना जाता है।
2. इसका शरीर लगभग 2-4 मीटर तक लम्बा होता है जो अस्थियों की पांच पंक्तियों से ढका होता है, एक dorsal, दो laterals तथा दो ventrals।
3. इसका सिर आगे की ओर रोस्ट्रम के रूप में निकला होता है, जिसमें भोजन की खोज के लिए चार preoral barbles की अनुप्रस्थ पंक्ति होती है।
4. Acipenser का मुंह छोटा होता हैं जो ventral side पर होता हैं और बाहर की और निकला हुआ होता है। इसके जबड़े में दांत नहीं पाए जाते हैं।
5. इसमें खुले स्पाइरैकल की उपस्थिति होते हैं जो functional होते हैं।
6. इसका Operculum एक opercular bone द्वारा दर्शाया जाता है।
7. Acipenser का air-bladder चिकना, अंडाकार और गैर-थैलीय (non-sacculated) होता है जिसमें ciliated epithelium का अस्तर होता है।
8. इसका कंकाल कार्टिलाजिनस होता है।
9. इसमें एक पृष्ठीय पंख (Dorsai fin) होता हैं जो पीछे की ओर (posteriorly) स्थित होता है। Anal fin dorsal fin के विपरीत होता है और caudal fin bilobed (heterocercal) होता है। इसमें युग्मित पंख (Paired fins) भी मौजूद होते हैं।
10. Acipenser मछली प्रजनन के मौसम में 2-3 मिलियन अंडे देती है। European sturgeon के अंडे काले होते हैं और उनका उपयोग Caviar नामक व्यंजन को तैयार करने के लिए किया जाता है। इनके air-bladders का उपयोग isinglass तैयार करने के लिए किया जाता है जिसका उपयोग वाइन और बीयर को साफ करने के लिए किया जाता है।
Acipenser काला सागर, अज़ोर सागर, कैस्पियन और उनकी सहायक नदियों के साथ-साथ उत्तरी अमेरिका, यूरोप और चीन के तटों पर भी पाया जाता है।
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