कॉर्डटा (Chordata) तथा नॉनकॉर्डेटा (Nonchordata)
कॉर्डेटा एवं नॉनकॉर्डेटा जन्तुओं में प्रमुख अन्तर इस प्रकार है-
- कॉर्डटा के अंतर्गत आने वाले जीवो में उनके जीवन की किसी-न-किसी प्रावस्था में पृष्ठरज्जु होता है। जबकि नॉनकॉर्डेटा के अंतर्गत आने वाले जीवो में पृष्ठरज्जु का पूर्ण अभाव होता है।
- कॉर्डटा के जीवो में केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र मध्यपृष्ठ एवं नालवत् होती है। जबकि नॉनकॉर्डेटा में केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र मध्यअधर एवं ठोस होती है।
- कॉर्डटा में जीवन की किसी न किसी अवस्था में ग्रसनीय क्लोम दरारें होती है। जबकि नॉनकॉर्डेटा में इनका पूर्ण अभाव।
- कॉर्डटा के जीवो में ठोस व पेशीय पश्च-गुद पुच्छ वयस्क में या केवल भ्रूण में उपस्थित रहती है। जबकि नॉनकॉर्डेटा के जीवों में पश्च-गुद पुच्छ अनुपस्थित रहती है।
- कॉर्डटा के जीवो में हृदय अधरतल की ओर होता है। जबकि नॉनकॉर्डेटा के जीवो में हृदय पृष्ठतल की ओर होता है।
- कॉर्डटा के जीवो में पृष्ठ रुधिरवाहिनी में रुधिर का बहाव आगे से पीछे की ओर होता है। जबकि नॉनकॉर्डेटा के जीवो में पृष्ठ रुधिरवाहिनी में रुधिर का बहाव पीछे से आगे की ओर होता है।
- कॉर्डटा के जीवो में यकृती निर्वाहिका तन्त्र (hepatic portal system) उपस्थित रहती है।जबकि नॉनकॉर्डेटा के जीवो में इस तन्त्र का अभाव रहता है।
- कॉर्डटा के जीवो में हीमोग्लोबिन लाल रुधिराणुओं में होता है। जबकि नॉनकॉर्डेटा के जीवो में हीमोग्लोबिन या अन्य श्वसन रंगा पदार्थ रुधिर के प्लाज्मा में घुला रहता है।
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