घरेलू छिपकली-हेमीडैक्टाइलस (House Lizard):वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन|hindi


घरेलू छिपकली-हेमीडैक्टाइलस (House Lizard – Hemidactylus)


घरों में दीवारों आदि पर रेंगने वाली घरेलू छिपकली (house lizard) को सभी जानते हैं। यह वही छिपकली है। सर्दियों के दिनों में आपने यह देखा होगा कि यह सर्दी से बचने के लिए सुप्त अवस्था में चली जाती है तथा जब यह गर्मी में बाहर निकलती हैं तो इनकी त्वचा गहरे रंग की हो जाती है अर्थात ऐसा कहा जा सकता है कि इनकी त्वचा पर प्रकाश का प्रभाव पड़ता है। इन से जुड़े अन्य तथ्यों के बारे में हम नीचे जानेंगे।


घरेलू छिपकली-हेमीडैक्टाइलस (House Lizard):वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन|hindi


वर्गीकरण (Classification)

जगत (Kingdom)             -        जन्तु (Animalia)
शाखा (Branch)                -        यूमेटाजोआ (Eumetazoa)
प्रभाग (Division)              -         बाइलैटरिया (Bilateria)
उपप्रभाग (Subdivision)  -         ड्यूटरोस्टोमिया  (Deuterostomia)
खण्ड (Section)                -         यूसीलोमैटा (Eucoelomata)
संघ (Phylum)                  -         कॉर्डेटा  (Chordata)
उपसंघ (Subphylum)      -         वर्टीब्रेटा (Vertebrata)
महावर्ग (Superclass)      -        चतुष्पादा (Tetrapoda)
वर्ग (Class)                       -       सरीसृप (Reptilia)
उपवर्ग (Subclass)           -        लेपिडोसॉरिया (Lepidosauria)
गण (Order)                       -       स्क्वैमैटा (Squa mata)
उपगण (Suborder)          -        लैसरटिलिया या सॉरिया (Lacertilia or Sauria)


घरेलू छिपकली-हेमीडैक्टाइलस (House Lizard):वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन|hindi


लक्षण (Characteristic)

घरेलू छिपकली के प्रमुख लक्षण इस प्रकार है -

1. इनका शरीर 8-14 सेमी लम्बा व भूरा-सा होता है जो कि कुछ चपटे सिर, छोटी-सी गरदन, धड़ और शुण्डाकार पूँछ में विभेदित रहता है।

2. इनके सिर पर नेत्र, बाह्य नासाद्वार, कर्ण तथा मुखद्वार उपस्थित रहता है तथा नेत्रों पर चल पलकें उपस्थित रहती हैं। 

3. इनकी कर्णपटह की झिल्लियाँ कुछ दबी हुई होती है और इनके ऊपर के गड्ढे बाह्यकर्ण गर्तों के द्योतक होते हैं। 

4. पूँछ को शरीर से पृथक् कर देना शत्रु से बचाव की एक विधि है इसे स्वांगोच्छेदन या स्वविच्छेदन (autotomy) कहते हैं। टूटी हुई पूँछ कुछ समय तक हिलती रहती है। शत्रु का ध्यान इसकी ओर आकृष्ट हो जाता है। इस बीच छिपकली स्वयं भाग निकलती है। टूटी हुई पूँछ के स्थान पर कुछ ही दिनों में नई पूँछ बन जाती है। इसे पूँछ का पुनरुद्भवन (regeneration) कहते हैं।

5. इनके पादों पर पाँच-पाँच पंजेदार, फूली हुई अँगुलियाँ उपस्थित रहते हैं। इनकी अधर त्वचा पर चिपचिपे उभार अर्थात् लैमेली (lamellae) उपस्थित रहता है जिनसे छिपकली दीवारों, पेड़ों, आदि पर चढ़-उतर सकती है।

6. छिपकली की शुष्क त्वचा पर छोटे-छोटे शल्क लगे रहते हैं तथा पूँछ पर शल्कों की मुद्राकार कतारें होती है व पृष्ठ त्वचा पर छोटे-छोटे उभार बने रहते हैं।  

7. इनकी जिह्वा छोटी, परन्तु तीव्रतापूर्वक बाहर निकलकर शिकार को पकड़ने वाली होती है। 

8. इनमें मादाएँ अण्डज होती है अर्थात यह अंडे देते हैं। यह अण्डे खोलयुक्त होते हैं तथा यह गोल से खोल कैल्सियमयुक्त होते हैं।



FAQs


1. क्या घरेलू छिपकली जहरीली होती है?

नहीं, घरेलू छिपकली जहरीली नहीं होती है। भारत में पाई जाने वाली छिपकलियों की कोई भी प्रजाति जहरीली नहीं है। इनकी त्वचा में जहर होता है, लेकिन यह जहर उनके काटने से नहीं फैलता। जब छिपकली किसी खाने-पीने की चीज में गिर जाती है, तो उसकी त्वचा में मौजूद जहर की पोटली फट जाती है और वह वस्तु भी जहरीली हो जाती है।


2. छिपकली कितने घंटे सोती है?

छिपकली दिन में लगभग 12 घंटे सोती है। यह दिन के गर्म समय में सोना पसंद करती है। रात में जब मौसम ठंडा होता है, तो यह जागती रहती है और अपने शिकार की तलाश करती है।


3. छिपकली एक बार में कितने बच्चे देती है?

छिपकली एक बार में 10 से 20 अंडे देती है। इन अंडों से लगभग 2 से 3 महीने में बच्चे निकलते हैं।


4. छिपकली का दिल एक बार में कितनी बार धड़कता है?

छिपकली का दिल एक बार में लगभग 60 से 120 बार धड़कता है। यह धड़कन की दर उसके तापमान और गतिविधि के स्तर पर निर्भर करती है।


5. छिपकली किसका रूप होती है?

छिपकली एक सरीसृप प्राणी है। इसका शरीर चपटा और लम्बा होता है। इसके चार पैर होते हैं, जिनमें पंजे होते हैं। छिपकली की त्वचा शल्की होती है।


6. छिपकली का जीवनकाल कितने दिन का होता है?

छिपकली का जीवनकाल प्रजाति के अनुसार अलग-अलग होता है। आमतौर पर छिपकली का जीवनकाल 5 से 10 साल का होता है। कुछ प्रजातियों की छिपकलियों का जीवनकाल 20 साल तक का भी होता है।




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