गोरगोनिया (Gorgonia) : वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन
गोरगोनिया (Gorgonia)
गोरगोनिया नाइडेरिया (Cnidaria) संघ का जीव हैं जो मुख्यतः भारत-प्रशांत महासागर में लेकिन विशेष रूप से मलय द्वीपसमूह में पाए जाते हैं। यह जीव colonial होते हैं क्योंकि यह कॉलोनी में रहते हैं। इसे sea fan के नाम से जाना जाता है। इनसे जुड़े अन्य तथ्यों के बारे में हम नीचे जानेंगे।गोरगोनिया का वर्गीकरण (Classification of Gorgonia)
संघ (Phylum) - नाइडेरिया (Cnidaria)
वर्ग (Class) - एंथोज़ोआ (Anthozoa)
उपवर्ग(Subclass) - ऑक्टोकोरलिया (Octocorallia)
गण (Order) - गोरगोनेशिया (Gorgonacea)
श्रेणी (Genus) - गोरगोनिया (Gorgonia)
लक्षण (Characteristics)
Gorgonia से संबंधित कुछ लक्षण इस प्रकार हैं -
1. Gorgonia सामान्यतः sea fan के नाम से जाना जाता हैं।
2. Gorgonia की कॉलोनी हल्के पीले या हल्के लाल रंग की होती है और इसमें पौधे की तरह शाखाओं वाले तने होते हैं और एक छोटा मुख्य तना जोकि pedal disc.के द्वारा सब्सट्रेट से जुड़ा होता है।
3. इस कॉलोनी की शाखाएं एक चपटाकार बहुत हल्की ढंग की होती हैं। यह शाखाएं एक दूसरे से क्रॉस connection के द्वारा जुड़ी रहती है जैसे एक प्रकार का पंखा। इसलिए इसे sea fan कहते हैं।
4. इस कॉलोनी का आधार holdfast या attachment organ बनाने के लिए फैल जाते हैं।
5. इसके तनों और शाखाओं के दोनों किनारों पर पंक्तियों में कई छोटे anthocodia (retractile polyps) पाए जाते हैं।
6. गोरगोनिया के कंकाल में एक अक्षीय छड़ होती है जो पूरे कॉलोनी और शाखाओं में फैली हुई है।
7. इसकी अक्षीय छड़ एक लचीली horn जैसी पदार्थ से मिकालर बना होता है जिसे Gorgonin कहते हैं, जो मूल रूप से ectodermal होती है।
8. Gorgonia में coenosarc के mesogloea में अनेक spicules भी पाए जाते हैं।
9. गोरगोनिया एक समुद्री,colonial और उथले पानी का Anthozoa है। यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय तटों के तटों की चट्टानों पर पाया जाता है।
10. गोरगोनिया भारत-प्रशांत महासागर में, विशेष रूप से मलय द्वीपसमूह में पाए जाते हैं, लेकिन उपोष्णकटिबंधीय अटलांटिक-बरमूडा, वेस्ट इंडीज और बहामा आदि में भी सामान्य रूप से पाए जाते हैं।
2. Gorgonia की कॉलोनी हल्के पीले या हल्के लाल रंग की होती है और इसमें पौधे की तरह शाखाओं वाले तने होते हैं और एक छोटा मुख्य तना जोकि pedal disc.के द्वारा सब्सट्रेट से जुड़ा होता है।
3. इस कॉलोनी की शाखाएं एक चपटाकार बहुत हल्की ढंग की होती हैं। यह शाखाएं एक दूसरे से क्रॉस connection के द्वारा जुड़ी रहती है जैसे एक प्रकार का पंखा। इसलिए इसे sea fan कहते हैं।
4. इस कॉलोनी का आधार holdfast या attachment organ बनाने के लिए फैल जाते हैं।
5. इसके तनों और शाखाओं के दोनों किनारों पर पंक्तियों में कई छोटे anthocodia (retractile polyps) पाए जाते हैं।
6. गोरगोनिया के कंकाल में एक अक्षीय छड़ होती है जो पूरे कॉलोनी और शाखाओं में फैली हुई है।
7. इसकी अक्षीय छड़ एक लचीली horn जैसी पदार्थ से मिकालर बना होता है जिसे Gorgonin कहते हैं, जो मूल रूप से ectodermal होती है।
8. Gorgonia में coenosarc के mesogloea में अनेक spicules भी पाए जाते हैं।
9. गोरगोनिया एक समुद्री,colonial और उथले पानी का Anthozoa है। यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय तटों के तटों की चट्टानों पर पाया जाता है।
10. गोरगोनिया भारत-प्रशांत महासागर में, विशेष रूप से मलय द्वीपसमूह में पाए जाते हैं, लेकिन उपोष्णकटिबंधीय अटलांटिक-बरमूडा, वेस्ट इंडीज और बहामा आदि में भी सामान्य रूप से पाए जाते हैं।
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