मच्छर के मुख उपांग (Mouth Parts of Mosquito)|hindi


मच्छर के मुख उपांग (Mouth Parts of Mosquito)
मच्छर के मुख उपांग (Mouth Parts of Mosquito)|hindi

नर मच्छर के मुख उपांग फल-फूलों का रस चूसने (sucking) तथा मादा के पक्षियों एवं स्तनियों की त्वचा में चुभकर रुधिर चूसने के लिए उपयोजित होते हैं। अतः इनके मुख के भाग piercing and sucking type होते हैं। मादा में निम्नलिखित मुख उपांग होते हैं- लेबियम, लैब्रम-एपिफैरिंक्स, अधोजिह्वा, मैन्डीबल्स, मैक्सिली।

1. अधरोष्ठ या लेबियम (Labium) : यह लम्बी, सीधी एवं मोटी, खोखली proboscis के रूप में होता है। इसके छोर पर, labial palps के रूपान्तरण से बने, दो छोटे एवं संवेदी शूकों से युक्त, नुकीले labellae होते हैं। proboscis के पृष्ठतल पर, लम्बाई में फैली, एक गहरी खाँच होती है। अन्य प्रमुख मुख उपांग लम्बी, महीन, एवं नुकीली शलाकाओं (stylets) जैसे होते हैं और इसी खाँच में स्थित होते हैं। अतः proboscis इनके लिए म्यान के जैसा काम करती है।

2. लैब्रम- एपिफैरिंक्स या अधिग्रसनी (Labrum-epipharynx) : यह proboscis की खाँच पर भीतर से ढकी एक लम्बी एवं नुकीली रचना होती है। यह मुखद्वार के पृष्ठ भाग से निकली एपिफैरिंक्स तथा लैब्रम के समेकन (consolidation) से बनती है। इसके अधरतल पर गहरी खाँच होती है। अतः अनुप्रस्थ काट में यह 'C' के आकार की दिखाई देती है। यही खाँच food channel होती है। रुधिर इसी में होकर चूसा जाता है।

3. अधोजिह्वा या हाइपोफैरिंक्स (Hypopharynx) : यह महीन एवं नुकीली, चपटी-सी शलाका के रूप में लैब्रम एपिफैरिंक्स की खाँच (food channel) पर अधरतल की ओर से ढकी रहती है। दो धारी तलवार की तरह, यह दोनों किनारों पर धारदार होती है। इसके अन्दर बीच में महीन लार नलिका (salivary duct) फैली होती है जो इसके छोर पर खुलती है। इस प्रकार, यह इन्जेक्शन की सूई के समान कार्य करती है।

4. मैन्डीबल्स (Mandibles): ये एक जोड़ी महीन, सूई-जैसी शलाकाओं के रूप में लैब्रम-एपिफैरिक्स के इधर-उधर स्थित होते हैं। इनका कुछ दूरस्थ भाग दाँत दार, आरी- जैसा  (saw-like) होता है। ये पोषद की त्वचा को बेधने का काम करते हैं।

5. मैक्सिली (Maxillae) : ये भी मैन्डीबल्स की तरह, सूई जैसी तथा सिरे पर आरीनुमा होती हैं। ये लेवियम की खाँच में, Hypopharynx के नीचे, दोनों ओर एक-एक होती हैं। चाकू के blade की भाँति इनका भीतरी किनारा मोटा और बाहरी चपटा एवं धारदार होता है। प्रत्येक मैक्सिला के आधार भाग से जुड़ा एक maxillary palp होता है जो शुण्ड के बाहर निकला रहता है। इस पर घने, रोम-सदृश sensory bristles होते हैं। स्पर्शकों के सिरे नुकीले (pointed) या club-shaped होते हैं।

नर एवं मादा की शृंगिकाओं एवं मुख उपांगों में महत्त्वपूर्ण अन्तर होते हैं जिनसे इनकी पहचान की जाती है (नीचे चित्र में देखें)। 

मच्छर के मुख उपांग (Mouth Parts of Mosquito)|hindi


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