नाजा नाजा (Naja naja) : वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन|hindi


नाजा नाजा (Naja naja) : वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन
नाजा नाजा (Naja naja) : वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन|hindi

नाजा नाजा (Naja naja)
नाजा नाजा कोर्डेटा (Chordata) संघ का एक जीव है। इसे आमतौर पर भारतीय कोबरा या नाग कहा जाता है। नाजा शर्मीला जीव होता है तथा पत्थरों के नीचे, मिट्टी की दीवारों, घनी वनस्पतियों और गड्ढों में रहता है। यह दिन में बहार निकलने वाला तथा oviparous होते है और मेंढकों, छिपकलियों, चूहों और अन्य सांपों पर फ़ीड करता है। आज नीचे हम इसके वर्गीकरण तथा लक्षणों के बारे में जानेंगे। 

वर्गीकरण (Classification)

संघ (Phylum)               -        कोर्डेटा (Chordata)
समूह (Group)               -        क्रेनियाटा (Craniata)
उपसंघ (Subphylum)    -         
वर्टीब्रेटा (Vertebrata)
प्रभाग (Division)          -         ग्नथोस्टोमेटा (Gnathostomata)
महावर्ग (Superclass)    -          टेट्रापोडा (Tetrapoda)
वर्ग (Class)                   -          रेप्टिलिया (Reptilia)
उपवर्ग (Subclass)          -        डायप्सिडा (Diapsida)
महागण (Superorder)    -        लेपिडोसॉरिया (Lepidosauria)
गण (Order)                 -          स्क्वामाटा (Squamata)
उपसमूह (Suborder)     -        ओफ़िडिया (Ophidia)
परिवार(Family)           -          एलापिडे (Elapidae)
जाति (Genus)              -          नाजा (Naja)
नस्ल (Species)             -          नाजा (naja)

नाजा नाजा (Naja naja) : वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन|hindi

लक्षण (Characteristics)
नाजा से संबंधित कुछ लक्षण इस प्रकार हैं -
    1. नाजा शर्मीला जीव होता है तथा पत्थरों के नीचे, मिट्टी की दीवारों, घनी वनस्पतियों और गड्ढों में रहता है। यह दिन में बहार निकलने वाला तथा oviparous होते है और मेंढकों, छिपकलियों, चूहों और अन्य सांपों पर फ़ीड करता है। यह सर्दियों में hibernates करता है।
    2. Naja naja को आमतौर पर भारतीय कोबरा या नाग कहा जाता है।
    3. इसका शरीर डेढ़ से दो मीटर लंबा होता है और सिर, गर्दन, धड़ और पूंछ में विभाजित होता है।
    4. इसके शरीर का रंग भूरा या काला होता है।
    5. इसका शरीर बिना गड्ढों के चिकनी तिरछे scales से ढका होता है और 15 - 25 पंक्तियों में व्यवस्थित होता है। subcaudals केवल दो पंक्तियों का निर्माण करते हैं।
    6. इसका सिर गर्दन से अलग नहीं होता है। सिर पर मुंह होता है, गोल पुतलियों वाली बहुत छोटी आंखें, नाक और अंतःस्रावी के बीच नासिका होती हैं। 
    7. इसकी गर्दन फैली हुई होती है और ग्रीवा की पसलियां लंबी हैं। गर्दन और ग्रीवा पसलियों के विस्तार से हुड बनता है। इसकी हुड की ऊपरी सतह पर एक द्विकोशिका चिह्न होता है जिसे लोग mark of spectacle या figure of ten कहते हैं।
    8. इसकी हुड की निचली सतह में दो काले गोल धब्बे होते हैं जो सफेद पार्श्व सीमाओं से घिरे चार scales तक फैले रहते हैं।
    9. इसमें Loreal अनुपस्थित होता है। इसकी Frontal shield खंडित होती हैं तथा तीन post-ocular scales उपथित होते हैं। 
    10. इसका तीसरा supra-labial बड़ा होता है तथा आंख और नाक की कवच तक को छूता है।
    11. इसके मुंह में 1-3 छोटे दांतों के बाद ज़हर के नुकीले दांत निकलते हैं।
    12. पूंछ बेलनाकार होती है और पीछे की ओर पतली होती है।
    13. कोबरा बहुत घातक तथा जहरीला होता है और इसका जहर न्यूरोटॉक्सिक और जानलेवा होता है। जब यह काटता है तो हल्का दर्द और सूजन, जलन और सांस लेने में तकलीफ के कारण मौत हो जाती है।
    14. नाजा व्यापक रूप से चीन, फिलीपींस, भारत, मलाया द्वीप समूह, ऑस्ट्रेलिया, तस्मानिया और अफ्रीका में वितरित किया जाता है। नाजा नाजा पूरे भारत में पाया जाता है।
    15. भारत में तीन प्रकार के कोबरा पाए जाते हैं - Monocellate , Binocellate, Noncellate



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