Crocodylus (Mugger): वर्गीकरण, लक्षण, चित्र का वर्णन
मगर झीलों, नदियों और दलदलों में पाया जाता है। यह एक शिकारी जानवर है जो स्तनधारियों और अंडे देने वाले जानवरों को खाता है। यह पानी के स्तर के नीचे सुरंग (10-13 मीटर लंबी) बनाकर उसमें अंडे देता है।यह कॉर्डेटा संघ का एक जीव है।
वर्गीकरण (Classification):
Phylum - Chordata
Group - Craniata
Subphylum - Vertebrata
Division - Gnathostomata
Suplerclass - Tetrapoda
Class - Reptilia
Subclass - Diapsida
Superorder - Archosauria
Order - Crocodilia
Genus - Crocodylus
Species - porosus
Crocodylus (Mugger) के लक्षण
1. Crocodylus porosus को आम भाषा में मगर या marsh-crocodile कहा जाता है।
2. इसका शरीर मोटा, 4-5 मीटर लम्बा होता है। इसके शरीर की ऊपरी परत dermal bony plates के ऊपर सींगदार मोटी epidermal scales के बाह्यकंकाल से ढकी होती है।
3. मगर का ऊपरी भाग काले धब्बों या पट्टियों सहित गहरे जैतून-भूरे रंग का होता है।
4. इसका सिर त्रिभुजाकार तथा ऊपर से खुरदुरा होता है जिसपर चौड़ा, मोटा snout और बड़ा चौड़ा मुंह होता है। इसके snount के सिरे पर नथुने, पलकों सहित आंखें तथा कान के छिद्र होते हैं जो त्वचा के movable flap द्वारा सुरक्षित रहते हैं।
5. मगर की पूंछ लंबी, पार्श्विक रूप से संकुचित और शक्तिशाली होती है।
6. इसके अंग पंचकोणीय होते हैं जिसमें चार पैर होते हैं और पांच अंगुलियों होती हैं। यह अंगुलियां आधार पर जालदार होती हैं और बाहरी पैर की उंगलियां व्यापक रूप से जालदार होती हैं।
7. इसमें Mandibular symphysis छोटा होता है, जो केवल चौथे या पांचवें दांत के स्तर तक फैला होता है।
8. इसमें ऊपरी और निचले जबड़े में दोनों तरफ़ 19 दाँत होते हैं। चौथा मेन्डिबुलर दाँत इसके ऊपरी जबड़े के बाहरी हिस्से में एक notch में फिट होता है। इसका पाँचवाँ ऊपरी दाँत सबसे बड़ा होता है। मगरमच्छ का दंत सूत्र 16-19/14-15 होता है।
9. कशेरुकाएँ procoelous होती हैं। यह ऐसे कशेरुक होते हैं जो आगे के सिरे पर अवतल और पीछे के सिरे पर उत्तल होते हैं।
10. इनमें nuchal scutes की संख्या छह होती है जो एक दूसरे से सटे हुए एक वर्ग का निर्माण करते हैं।
11. इसकी dorsal shield चार, कभी-कभी छह पंक्तियों के बड़े scuters से बनी होती है, जिनमें से केंद्रीय जोड़ी सबसे चौड़ी होती है।
12. मगर का हृदय four-chambered होता है तथा इनमें मूत्राशय अनुपस्थित होता है।
13. Crocodylus porosus का वितरण विस्तृत रूप से कई देशों में है। यह भारत, श्रीलंका, म्यांमार, मलक्का, मलाया द्वीप और बेलुचिस्तान में पाया जाता है।
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