मेंढक के गुर्दे का अनुप्रस्थ काट (T.S. of kidney of frog)|In Hindi


मेंढक के गुर्दे का अनुप्रस्थ काट (T.S. of kidney of frog)

मेंढक के गुर्दे का अनुप्रस्थ काट (T.S. of kidney of frog)



मेंढक का वर्गीकरण (Classification of Frog)


जगत (Kingdom)  -  जन्तु (Animalia)
शाखा (Branch)   -   यूमेटाजोआ (Eumetazoa)
प्रभाग (Division)  -  बाइलैटरिया (Bilateria)
उपप्रभाग (Subdivision)  - ड्यूटरोस्टोमिया  (Deuterostomia)
खण्ड (Section)   -  यूसीलोमैटा (Eucoelomata)
संघ (Phylum)  -  कॉर्डेटा  (Chordata)
महावर्ग (Superclass) - चतुष्पादा (Tetrapoda)
वर्ग (Class) -  ऐम्फिबिया (Amphibia)
उपवर्ग (Subclass)  - सैलेन्शिया (Salientia)
गण (Order)  -  ऐन्यूरा (Anura)


मेंढक के गुर्दे का अनुप्रस्थ काट का लेबलयुक्त आरेख

मेंढक के मध्यवृक्क वृक्क (mesonephric kidney) की अनुप्रस्थ काट करने पर इसमें निम्नलिखित ऊतकीय संरचनाएं दिखाई देती हैं इनका विवरण इस प्रकार है:

1. मेंढक के गुर्दे का सबसे बाहरी आवरण एक रेशेदार संयोजी ऊतक कैप्सूल होता है और केवल अधर में सपाट आंतरिक पेरिटोनियम (visceral peritoneum) द्वारा ढका होता है।

2. इसमें अनेक मूत्रवाहिनी नलिकाएं होती हैं जो विभिन्न आकार और माप में पाई जाती हैं।

3. मेंढक के गुर्दे की मूत्रवाहिनी नलिकाएं (uriniferous tubules) ग्रंथिमय (glandular) और रोमकयुक्त उपकला (ciliated epithelium) से पंक्तिबद्ध होती हैं।

4. इसमें बोमन कैप्सूल (Bowman's capsules) या माल्पीघियन बॉडी (Malpighian bodies) कप के आकार की और दोहरी दीवार वाली संरचनाएं होती हैं जो ventral wall के करीब स्थित होती हैं।

5. बोमन कैप्सूल (Bowman's capsules) में afferent और efferent arterioles होती हैं जो गुच्छे और गांठें बनाती हैं जिन्हें ग्लोमेरुलस (glomerulus) के रूप में जाना जाता है।

6. इसमें विभिन्न तलों में कटी हुई अनेक संग्रह नलिकाएं होती हैं जो गुर्दे की पृष्ठीय सीमा (dorsal border) की ओर बिखरी हुई दिखाई देती हैं।

7. मूत्रवाहिनी की अनुप्रस्थ काट करने पर गुर्दे की पार्श्व सीमा के करीब स्थित होती है और स्तंभाकार उपकला (columnar epithelium) द्वारा पंक्तिबद्ध होती है।

8. नलिकाएं (Tubules) और कैप्सूल (capsules) संयोजी ऊतक (connective tissue) में स्थित होते हैं जिसमें वृक्क धमनियां और शिराएं, मांसपेशियां और तंत्रिकाएं होती हैं।

9. गुर्दे की अधर सतह (Ventral surface) पर गुर्दे की शिराओं के साथ संचार करने वाले अनेक रोमकयुक्त नेफ्रोस्टोम (ciliated nephrostomes) दिखाई देते हैं।

10. मेंढक के गुर्दे का मुख्य कार्य शरीर के विभिन्न भागों से लाए गए यूरिया, यूरिक एसिड और कुछ लवणों (फॉस्फेट और सल्फेट) जैसे गैर-गैसीय अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना होता है।



मेंढक के लिवर, आंत, वृषण(testis), अंडाशय (Ovary) की अनुप्रस्थ काट का वर्णन जानने के लिए निम्न लेख पढ़ें-





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